चंदौली: कोरोना काल में लोगों की जान बचाने वाले या यूं कहें कि धरती के भगवान डॉक्टरों को लोग भला बुरा कहते हैं. यहां तक कि उनसे मारपीट भी कर लेते हैं. सवाल यह है कि आखिर धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों के साथ इस तरह का बर्ताव होगा तो कैसे चलेगा समाज, मरीजों का इलाज कैसे होगा? आईएमए यानी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन चंदौली के सभी डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की.
हाथ पर काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
जनपद चंदौली के IMA संगठन के डॉक्टरों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर विरोध किया. ये सभी डॉक्टर अपने अपने क्षेत्र में एकस्पर्ट हैं. कोई बच्चों का डॉक्टर, कोई हृदय रोग विशेषज्ञ, कोई जनरल फिजिशियन है. ये सभी आज एक दिन के सांकेतिक हड़ताल पर हैं. दरअसल बीते अप्रैल और मई महीने में कोरोना का विकराल रूप देखने को मिला था और उस समय सबको सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही थी और उस बीच कितनों की जान चली गयी, कितने ठीक भी हुए. लेकिन जिनकी जान गयी उनके परिजनों ने डॉक्टरों से खूब मारपीट की और अस्पताल में तोड़फोड़ भी. उसे लेकर आज एक दिन का काली पट्टी बांधकर चंदौली के IMA सगठन के डॉक्टर सांकेतिक हड़ताल पर रहे.
डॉक्टरों ने सुरक्षा मांगी
इस पूरे मामले में आईएमए के जिला सेकेट्री चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ राजेन्द्र श्रीवास्तव का कहना है कि, सरकार हमारी सुरक्षा करे, आये दिन डॉक्टरों के साथ मारपीट होती है. जब कि हम लोग सबकी सेवा करते हैं. वहीं, हृदय रोग विशेषज्ञ का कहना है कि, हम सेवा करने के लिए तैयार थे, हैं , रहेंगे, लेकिन सरकार भी हम लोगों की सुरक्ष के लिए कुछ करे.