पश्चिम बंगाल के साथ-साथ देश के लिए भी बड़ी खुशखबरी है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने पश्चिम बंगाल के दुर्गा पूजा उत्सव को हेरिटेज का दर्जा दे दिया है। यूनेस्को के इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित तमाम बड़े नेताओं ने इसे हर भारतीय के लिए गर्व और खुशी की बात बताई है। आपको बता दें कि दुर्गा पूजा पश्चिम बंगाल में धूमधाम से मनाई जाती है। हालांकि अब यह देश के अन्य हिस्सों में भी जबरदस्त उत्साह के साथ मनाया जाता है। बंगाल सरकार ने यूनेस्को से दुर्गा पूजा को हेरिटेज का दर्जा देने की अपील की थी जिसे अब मान लिया गया है।यूनेस्को ने ट्विटर पर देवी दुर्गा की मूर्ति वाली एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, कोलकाता में दुर्गा पूजा को अभी-अभी अमूर्त विरासत सूची में शामिल किया गया है। भारत को शुभकामनाएं। राज्य विरासत आयोग के अध्यक्ष सुवप्रसन्ना ने कहा कि दुर्गा पूजा पंडालों के निर्माण के शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाले रेड रोड कार्निवल ने दुनिया भर में लोगों को इसकी भव्यता को लेकर जागरूक किया है जोकि त्योहार का पर्याय है। इस बीच, कोलकाता के दुर्गा पूजा उत्सव को विरासत का दर्जा मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को के इस फैसले की सराहना की और इसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का विषय करार दिया। मोदी ने ट्वीट कर कहा, प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का पल। दुर्गा पूजा हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और लोकाचार को पेश करती है और कोलकाता की दुर्गा पूजा का अनुभव हर किसी के पास होना चाहिए।गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में काह कि शुभ दुर्गा पूजा भारत की शानदार सांस्कृतिक विरासत और एकता की भावना को दर्शाती है। यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि इस प्रतिष्ठित त्योहार को यूनेस्को की अमूर्त विरासत सूची में अंकित किया गया है। हर भारतीय को बहुत गर्व है। ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि बंगाल के लिए गर्व का क्षण! दुनिया भर में हर बंगाली के लिए, दुर्गा पूजा एक त्योहार से कहीं अधिक है, यह एक भावना है जो सभी को एकजुट करती है। और अब, दुर्गा पूजा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में जोड़ा गया है। हम सब खुशी से झूम रहे हैं!