लोकसभा टीवी के प्रसारण में विपक्षी दलों के साथ कथित डिजिटल भेदभाव और ब्लैक आउट की बात मंगलवार को कांग्रेस ने लोकसभा में उठाई। कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा टीवी पर पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस की कीमतों के खिलाफ विपक्षी सांसदों के विरोध और हंगामे को नहीं दिखाए जाने की ओर इशारा करते हुए कहा कि विपक्ष को ब्लैक आउट किया जा रहा है और यह डिजिटल भेदभाव है। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष के इस आक्षेप को खारिज करते हुए कहा कि क्या देश को इस सर्वोच्च सदन में हो रहे हंगामे को दिखाया जाना चाहिए।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस और द्रमुक सदस्यों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया और इसी दौरान अधीर रंजन चौधरी ने यह मामला उठाया। कांग्रेस नेता ने कहा कि सदन में चाहे सरकारी पक्ष हो या विपक्ष के सदस्य, सभी को बराबर का अधिकार है, लेकिन अकसर ऐसा होता है कि सत्ता पक्ष के लोग चाहे जो भी बोलें सब कुछ दिखाया जाता है, मगर जब विपक्ष के लोग अपनी बात उठाते हैं तो उसे टीवी पर नहीं दिखाया जाता। विपक्षी सदस्यों पर बंदिशें लगाई गई हैं और कैमरे का फोकस ही नहीं होता। अधीर ने कहा कि स्पष्ट तौर पर विपक्ष को ब्लैक आउट किया जाता है जबकि संसद में विपक्ष भी बराबर का हितधारक है।
स्पीकर बिरला ने अधीर के इस आरोप पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस नेता सदन में हो रहे हंगामे और अफरातफरी को देश को दिखाना चाहते हैं। संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने भी अधीर पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता देश को सदन का हंगामा दिखाना चाहते हैं और विपक्ष की किसी मुद्दे पर चर्चा में कोई रुचि नहीं है।