आम आदमी पार्टी अब दिल्ली नगर निगम चुनाव और गुजरात विधानसभा चुनावों के बाद आगे के बारे में विचार करने में जुट गई है। आम आदमी पार्टी वर्ष 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव के मद्देनजर अब राष्ट्रीय परिषद की बैठक में चर्चा करेगी, जिसका आयोजन 18 दिसंबर को होना है। इस बैठक में देश भर से आम आदमी पार्टी के जनप्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
ये बैठक वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। गौरतलब है कि गुजरात में हुए विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को लगभग 13 प्रतिशत वोट मिला है। माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टियों की सूची में शामिल हो सकती है, जो एक खास उपलब्धि है। आम आदमी पार्टी को गुजरात में सीटें हासिल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी है।राज्य में पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई नेताओ ने चुनाव प्रचार में जान झोंक दी थी। अरविंद केजरीवाल अन्य मंत्रियों और पार्टी के बड़े चेहरों के साथ गुजरात में रैलियां करने में व्यस्त थे। उन्होंने पूरी कोशिश की कि गुजरात में हर व्यक्ति तक अपनी पहुंच बनाने की। इसके लिए उन्होंने घोषणाओं का भी सहारा लिया।
कांग्रेस को हुआ आप से नुकसान
गुजरात चुनावों के बाद सामने आया कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पार्टी के वोटबैंक पर सेंध मारी है। पार्टी ने कांग्रेस के वोटबैंक को कम किया। देश की सबसे पुरानी पार्टी को मिलने वाला वोट अब आम आदमी पार्टी को मिला है।
केजरीवाल ने की थी भविष्यवाणी
वहीं अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी भी की थी कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने वाली है मगर असलियत में ऐसा संभव नहीं हुआ। अरविंद केजरीवाल ने 27 नवंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में लिखकर दिया था कि राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी। वहीं चुनाव के बाद परिणाम में सामने आया कि आम आदमी पार्टी को राज्य में पांच सीटे मिली हैं जो अरविंद केजरीवाल के दावे से काफी दूर थी। वहीं कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है।