देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। वर्तमान में देश में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। हालांकि अब यह खात्मे की ओर है। इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि क्या कोरोना वायरस की चौथी लहर भी आएगी? इसको लेकर वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से कड़ी चेतावनी दे दी है। आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोना वायरस की चौथी लहर जून के मध्य या आखिर तक आ सकती है। जाहिर सी बात है कि वैज्ञानिकों की ओर से इस तरह की चेतावनी एक बार फिर से सभी को डरा सकती है।आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने एक शोध के बाद बताया कि भारत में कोरोना वायरस की चौथी लहर शुरुआती डाटा की उपलब्धि तारीख से 936 दिनों के बाद आएगी और यह तारीख थी 30 जनवरी 2020। इस रिसर्च में एक सांख्यिकी मॉडल का इस्तेमाल किया गया है और नतीजों के बाद इस बात की जानकारी मिली है कि अगली लहर लगभग 4 महीनों तक रहेगी जो कि कहीं ना कहीं डराने वाली है। भारत में चौथी लहर की शुरुआत 22 जून के आसपास हो सकती है जबकि इसका अंत अगस्त के मध्य आखिर में होगा। भारत में कोरोना वायरस की वैरीअंट वैक्सीनेशन पर निर्भर करेगी।भारत में एक दिन में कोविड-19 के 8,013 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,29,24,130 हो गई। करीब दो महीने बाद संक्रमण के दैनिक मामले 10 हजार से कम सामने आए हैं। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,02,601 रह गई है। आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले, पिछले साल 28 दिसंबर को कोविड-19 के 9,195 दैनिक मामले सामने आए थे। देश में पिछले 22 दिनों से दैनिक मामलों की संख्या एक लाख से कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 119 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,13,843 हो गई। देश में अभी 1,02,601 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.24 प्रतिशत है।