पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी टीएमएसी विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज की है। पश्चिम बंगाल विधानसभा की 292 सीटों के वास्ते रविवार को चल रही मतगणना में 286 सीटों के लिए उपलब्ध रुझानों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस 215सीटों पर बढ़त के साथ राज्य में सत्ता पर फिर से काबिज हो गई हैं। जबकि भाजपा 76 सीटों पर आगे है। हालांकि, मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट पर अपने पूर्व सहयोगी एवं भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी से जंग हार गई हैं।
उमर अब्दुल्ला ने टीएमसी की जीत पर ममता को बधाई दी
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी की”शानदार जीत”के लिये पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी को बधाई देते हुए कहा कि भाजपा और”पूर्णत: पक्षपातपूर्ण”निर्वाचन आयोग ने उनके खिलाफ पूरी ताकत लगा दी लेकिन वह सफल रहीं। उमर ने ट्वीट किया,”ममता दीदी और तृणमूल कांग्रेस के सभी सदस्यों के पश्चिम बंगाल में शानदार जीत के लिये हार्दिक बधाई। भाजपा और”पूर्णत: पक्षपातपूर्ण”निर्वाचन आयोग ने उनके खिलाफ पूरी ताकत लगा दी लेकिन वह सफल रहीं। अगले पांच साल के लिये शुभकामनाएं।”
कड़ा मुकाबला होनेके अनुमानों को धता बताते हुए, तृणमूल कांग्रेस तेजी से प्रचंड जीत की ओर बढ़ती दिख रही है और अगर मौजूदा रुझान परिणामों में तब्दील होते हैं तो पार्टी बेहद आसानी से लगातार तीसरी बार राज्य में सरकार बनाएगी। कालीघाट में बनर्जी के निवास के बाहर समेत विभिन्न स्थानों पर तृणमूल कार्यकर्ता हरे गुलाल के साथ जीत का जश्न मनाते हुए नजर आये। अबतक जितने मतों की गणना हो गयी है, उसके अनुसार तृणमूल कांग्रेस को 48.51 फीसदी और भाजपा को 37.39 फीसदी वोट मिले हैं।
वामदल-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन बस दो सीटों पर आगे हैं। भाजपा के लोकसभा के दो सदस्य बाबुल सुप्रियो और लॉकेट चटर्जी क्रमश: टॉलीगंज और चुंचुरा सीट से पीछे चल रहे हैं। सुप्रियो लोकसभा में आसनसोल और चटर्जी हुगली सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं। हालांकि, कूचबिहार से भाजपा सांसद निशिथ प्रमाणिक दिनहाटा में आगे चल रहे हैं। भवानीपुर से तृणमूल प्रत्याशी सोहनदेब चट्टोपाध्याय अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के रुद्रनील घोष से 3,000 से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं। यह सीट ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लडऩे के लिए छोड़ दी थी।
राज्य के मंत्री और बनर्जी के विश्वासपात्र फरहाद हकीम भी अपनी सीट से आगे चल रहे हैं। ऐसा जान पड़ता है कि तृणमूल ने मुॢशदाबाद और माल्दा जिलों में जबर्दस्त पैठ बनायी है, जो पारंपरिक रूप कांग्रेस की मजबूत पकड़ वाले इलाके समझे जाते रहे हैं। ऐसा भी लगता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम मेदिनीपुर में तृणमूल ने भाजपा के हाथों गंवाया गया कुछ जनाधार हासिल किया है। तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि रूझान संकेत करते हैं कि राज्य के लोगों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बार-बार किये गये ‘हमले’ का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
भाजपा का उपहास करते हुए चटर्जी ने कहा कि वह उन लोगों का चेहरा देखना चाहते हैं, जो ‘इस बार 200 पार’ का नारा लगाते थे। भाजपा महासचिव और पश्चिम बंगाल मामलों के पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि रुझानों के मुताबिक ऐसा लगता है कि लोगों ने ममता बनर्जी को एक बार मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है।