लुधियाना धमाके में किसका हाथ था ? क्या चुनाव से पहले होंगे और भी आतंकवादी हमले ? ऐसा इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि लुधियाना में गुरुवार की दोपहर धमाका हो गया। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 5 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। जिसके बाद से खुफिया एजेंसियों ने पंजाब पुलिस को अलर्ट करते हुए सोशल मीडिया पर बारिकी से ध्यान देने की बात कही है। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले वहां पर और भी आतंकवादी हमले हो सकते हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि खुफिया एजेंसियों का कहना है और उन्होंने तो पंजाब पुलिस को भी अलर्ट पर रहने को कहा है। इसके अलावा पुलिस सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर बनाकर रखेगी। क्योंकि सीमावर्ती राज्य होने की वजह से यहां पर आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश भी कर सकते हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई सुरक्षा सलाहकारों ने पंजाब पुलिस को आतंकवादी गतिविधियों को लेकर अलर्ट किया है। फिलहाल पुलिस खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है और हर छोटी-बड़ी घटना पर पैनी नजर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अधिकारी ने बताया कि पंजाब की स्थिति कश्मीर से ज्यादा नाजुक है।
वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्रालय ने भी आंतरिक सुरक्षा को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने की। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक लुधियाना धमाके और जम्मू-कश्मीर के ताजा हालातों पर गृह मंत्रालय में चर्चा हुई। जिसमें आईबी, एनआईए, बीएसएफ, सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
वहीं बीते दिनों केंद्रीय गृह सचिव ने गृह मंत्री अमित शाह को लुधियाना धमाके और पंजाब में कानून-व्यवस्था की पूरी स्थिति के बारे में जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक पत्र में पंजाब सरकार से घटना का ब्योरा देते हुए रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजने को कहा था। अधिकारियों के मुताबिक मंत्रालय ने राज्य सरकार से प्रारंभिक जांच के निष्कर्षों के बारे में सूचित करने और यह भी बताने को कहा कि धमाके में संभवत: कौन शामिल हो सकता है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस तरह के आतंकी हमले को लेकर खुफिया एजेंसियों ने 3 बार अलर्ट जारी किया था। जिनमें से एक अलर्ट तो गुरुवार को ही जारी हुआ था। इसके बावजूद लुधियाना में धमाका हुआ। फिलहाल खुफिया एजेंसी बारीकी से मामले की जांच कर रही हैं। एनएसजी, एनआईए, पंजाब पुलिस, फॉरेंसिक विभाग सभी मिलकर काम कर रहे हैं। इसके अलावा आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सीमा पर ड्रोन और ड्रग्स को लेकर चेतावनी जारी की थी। अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तानी ड्रोन देखे जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधा था।
उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री चन्नी अपने गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को सक्रिय होने के लिए कहें। पूर्व मुख्यमंत्री ने ड्रोन को मार गिराए जाने की एक खबर टैग करते हुए अपने ट्वीट किया था कि पूरे दिन भांगड़ा करने के बजाय पंजाब के मुख्यमंत्री को अपने गृह मंत्री को सक्रिय होने और चीजों को नकारने से बचने की सलाह देनी चाहिए।
वहीं इससे पहले सितंबर 2019 में अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर ड्रोन मामले पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों को बढ़ा रहा है और ड्रोन के जरिए पंजाब में हथियारों की खेप भेज रहा है।