बनारस शहर अपने मंदिरों के लिए जाना जाता है। यहां आपको मंदिरों और घाटों की खूबसूरती देखने को मिलेगी जिसे शायद ही आप अपने शब्दों में बयां कर पाएं। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने काशी के ज्योतिलिंर्गाकार की परिक्रमा को लेकर एक अहम घोषणा की है।
सनातन धर्म में पंचकोशी यात्रा की बहुत अहमियत है। काशी के ज्योतिलिंर्गाकार की विशेष मान्यता है। अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बनारस की इस पंचकोशी परिक्रमा को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए प्रदेश के मंदिरों,कुंडों और यात्री निवास का सुंदरीकरण करने जा रही है। लगभग 70 किलोमीटर के इस धार्मिक मार्ग के विकास से रोजगार अभी नहीं अवसर उपलब्ध होंगे।
काशी विद्वत परिषद के महामंत्री राम नारायण द्विवेदी ने कहा, इस पंचकोशी यात्रा को श्रद्धालु नंगे पांव करते हैं। इस यात्रा में पांचो पड़ाव कांदवा, भीमचंडी, रामेश्वर, पांच पांडव वह कपिलधारा पड़ते हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कोसी यात्रा को आसान बनाने के लिए इस पूरे धार्मिक मार्ग के संपूर्ण विकास की योजना बनाई है। इससे लोग साल भर इस यात्रा को कर सकेंगे। इसके साथ ही इस यात्रा का महत्त्व भी पता चल सकेगा।
सरकार पंचकोशी मार्ग पर कई तरह के आयोजनों की तैयारी भी कर रही है। ऐसे लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। इसमें होटल रिसोर्ट के अलावा पर्यटन को भी गति मिलेगी। वाराणसी प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ईशा दोहन ने बताया इस यात्रा के दौरान 108 मुख्य मंदिरों, 44 धर्मशाला का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। पड़ाव में पढ़ने वाले सभी ऐतिहासिक कुंडों को सजाया जाएगा। इस योजना को सरकार तीन चरणों में पूरा करेगी। योगी सरकार इसके लिए 55.93 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। पहले चरण में 9.92 करोड़, दूसरे चरण में 23.86 करोड़, और तीसरे चरण में 22.15 करोड़ रूपये खर्च करेगी।