आम जनता महंगे टोल से परेशान रहती है, लेकिन सांसद और विधायक टोल क्यों नहीं देते? एजेंडा आजतक में आए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस सवाल का जवाब दिया.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘सरकार ने सेना, एंबुलेंस, टैक्ट्रर से माल लेकर जाने वाले किसानों, सांसदों और विधायकों को छूट दी है. लेकिन सबको छूट देना मुनासिब नहीं.’ उन्होंने कहा कि अगर अच्छे रोड पर जाना है तो पैसा देना होगा.
सुविधाओं की कीमत चुकानी होगी
उन्होंने कहा कि पहले लोग ट्रैफिक में फंसते थे, पेट्रोल और डीजल पर जो पैसा बर्बाद होता था. अब अच्छे रोड बनने से पैसा बच रहा है तो उसके बदले टोल देने में क्या परेशानी है?
सरकार ने रोड बनाने के लिए पैसा उधार लिया है जो उसे चुकाना है और ब्याज देना है. इसलिए टोल लगाना पड़ता है.
वहीं अब सरकार देश के छोटे छोटे लोगों के पैसे से सड़क बनाएगी.
आम लोगों से लेंगे पैसा
उन्होंने इन्फ्रा बॉन्ड की चर्चा करते हुए कहा कि आप बैंक में पैसा रखते हैं कितना ब्याज मिलता है, आप रोड बनाने के लिए पैसा दें तो सरकार उस पर ज्यादा ब्याज देगी. दिल्ली-मुंंबई हाइवे पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, तो उसके लिए लोगों से बॉन्ड के रूप में पैसा लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बन रहे हैं. दो साल में सड़क के जरिए दिल्ली से श्रीनगर 8.5 घंटे में पहुंचेंगे. सड़क बनाने में हम ट्रांसपरेंट, रिजल्ट ओरिएंटेड, टाइम बाउंड और क्वालिटी कान्शियस हैं.
‘एजेंडा आजतक’ दो साल बाद फिर सजा है. आज और 4 दिसंबर को आजतक के महामंच पर कई दिग्गज आए हैं, जो राजनीति से लेकर मनोरंजन और इतिहास से लेकर विज्ञान तक पर मंथन कर रहे हैं. आज से दो दिनों के लिए सजने वाले आजतक के महामंच पर राजनीति के ‘खिलाड़ी’ चुनाव पर भी चर्चा करेंगे.