अफगानिस्तान के काबुल में तालिबान की एंट्री के साथ ही सुप्रीम लीडर हैबतुल्लाह अखुंदजादा का नाम सामने आने लगा था। इसके बाद अखुंदजादा की मौत से जुड़ी हुई कई तरह की खबरें सामने आई थीं। हालांकि फिर एक ऐसा वीडिया सामने आया जिसके बाद अखुंदजादा की मौत को अफवाह साबित कर दिया था। दरअसल, अखुंदजादा अपने समर्थकों के साथ कंधार में देखा गया था। जहां पर वह मदरसे का दौरा करने गया था। हालांकि कुछ वक्त पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी अखुंदजादा की साल 2020 में मौत हो चुकी थी।
अखुंदजादा का ऑडियो आया सामने
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी एएफपी ने अखुंदजादा को लेकर चल रही अफवाहों से पर्दा उठाने की कोशिश की थी। तालिबान के एक प्रवक्ता के मुताबिक अखुंदजादा कंधार में जिंदा है। वहीं 30 अक्टूबर को अफवाह उड़ी थी कि अखुंदजादा ने कंधार में एक मदरसे को संबोधित किया है। इतना ही नहीं 10 मिनट का एक ऑडियो भी सामने आया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंधार के मदरसे के सुरक्षा अधिकारी मासूम शकरुल्लाह ने बताया कि जब सुप्रीम लीडर ने मदरसे का दौरा किया तो उनके साथ तीन सुरक्षा गार्ड भी मौजूद थे।
गिर गई अशरफ गनी सरकार
साल 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान में तालिबान के राज के बाद वहां पर अमेरिकी प्रशासन समर्थित सरकार का गठन हुआ था। लेकिन अमेरिका की वापसी के साथ ही सरकार भी गिर गई और वापस से तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया। अमेरिकी ड्रोन हमले में अख्तूर मंसूर के मारे जाने के बाद साल 2016 में अखुंदजादा को तालिबान का प्रमुख नियुक्त कर दिया गया था।
वीडियो में अखुंदजादा की हुई थी पुष्टि
15 अगस्त, 2021 में जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया तो कयास लगाए जाने लगे कि अखुंदजादा सामने आकर सरकार के गठन का ऐलान करेंगे। लेकिन किसी ने भी अखुंदजादा को नहीं देखा और फिर बाद में अखुंदजादा की मौत की खबर सामने आई थी। जिसे शनिवार को सामने आए वीडियो ने झुठला दिया। चीन की न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने 1:13 सेकंड का वीडियो साझा किया था। जिसमें अखुंदजादा दिखाई दे रहा था।