हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी अब राजस्थान में भी पकड़ बनाने की कोशिश में हैं। ओवैसी ने सोमवार को कहा कि एआईएमआईएम की राजस्थान इकाई की अगले दो महीने के अंदर शुरुआत की जाएगी। राजस्थान में साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
ओवैसी ने कहा, एआईएमआईएम की प्रदेश इकाई यहां के मुसलमानों और दलितों के लिए काम कर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा कि देश को मजबूत करने के लिए मुसलमानों के एक स्वतंत्र नेतृत्व के तैयार करना जरूरी है। उन्होंने जयपुर यात्रा के दौरान कहा कि हमने अगले दो महीनों के अंदर प्रदेश इकाई शुरू करने का फैसला किया है।
गठबंधन की संभावना पर की ये टिप्पणी
हालांकि ओवैसी ने अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की और न ही ये बताया कि उनकी पार्टी 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं फिलहाल प्रदेश में पार्टी संगठन को स्थापित करने पर ध्यान दे रहा हूं।
ओवैसी ने कहा, गठबंधन की संभावना पर अभी कुछ भी बोलना जल्दबाजी होगी। हम इस मुद्दे पर बाद में विचार करेंगे। अभी हम पार्टी की राज्य इकाई की स्थापना को लेकर काम कर रहे हैं। एक महीने में ओवैसी का यह दूसरा जयपुर दौरा था। उन्होंने कहा कि लोगों की प्रतिक्रिया जानने के लिए मैं राजस्थान के अन्य शहरों की यात्रा भी करूंगा।
मुसलमानों को राजनीतिक मंच देना लक्ष्य
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, ‘दो यात्राओं के दौरान मैंने जयपुर में कुछ लोगों के साथ सकारात्मक वार्ताएं की हैं। हमारा ध्यान पार्टी को यहां लाना और उसके आधार को मजबूत करना है। हम पूरी तैयारी के साथ इसे लेकर काम करेंगे।’ उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश मुसलमान अल्पसंख्यकों को एक आवाज और राजनीतिक मंच प्रदान करना है।
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि राजस्थान में तीसरे मोर्चे की संभावना है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जनता, विशेष तौर पर मुस्लिम अल्पसंख्यक लोग, भाजपा और कांग्रेस दोनों से ही परेशान हैं। उन्होंने कहा कि अल्पंख्यकों का राजनीतिक सशक्तिकरण किया जाना बहुत आवश्यक है और इसके लिए देश में एक स्वतंत्र मुस्लिम नेतृत्व की जरूरत है।