आजादी के लिए गांधी जी, नेहरू जी, सरदार पटेल और बाबा साहेब ने कुर्बानी दी, लेकिन भाजपा के नेतृत्व को आजादी का अर्थ नहीं पता। आज कुछ लोगों के पास ही आजादी है। हाथरस में पीड़िता के परिवार को इतनी आजादी नहीं मिली कि वह अंतिम संस्कार तक कर सकें। करो या मरो नारा के अब दोबारा साकार करने का समय आ गया है। महंगाई से आम जन मानस परेशान है। लखीमपुर खीरी में किसानो को कुचला जा रहा है। 70 साल में पेट्रोल का दाम 70 रुपए हुआ। पिछले सात साल में 100 रुपए हो गया। गैस डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। आपकी लड़ाई सपा और बसपा नहीं सिर्फ कांग्रेस लड़ रही। हाथरस उन्नाव में कहीं दोनों पार्टियां नजर नहीं आई। कांग्रेस सड़कों पर उतरकर लोगों की लड़ाई लड़ रही है। हमारे पदाधिकारी कार्यकर्ता आपकी लड़ाई लड़ते हुए जेल गए। इनके नेता कहीं दिखाई नहीं दिए।