लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रमुख पर हमला करते हुए रविवार को कहा कि जो लोग आज जिन्ना का समर्थन कर रहे हैं वह एक तरह से तालिबान का समर्थन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान हालांकि किसी का नाम नहीं लिया। मुख्यमंत्री योगी ने यहां भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा मोर्चा द्वारा आयोजित सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन की श्रृंखला में मौर्य, कुशवाहा, शाक्य, सैनी समाज के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि तालिबान का समर्थन मतलब मानवता विरोधी शक्तियों को समर्थन देना है। उन्होंने कहा कि बुद्ध के शांति और मैत्री के संदेश को रोकने की साजिश का हिस्सा है तालिबान का समर्थन करना, तालिबान का समर्थन करने का मतलब आधी आबादी और बच्चों का अपमान करना और कुछ लोग उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, हमें उनसे सावधान रहना होगा।
गौरतलब है कि सरदार पटेल की जयंती पर हरदोई की एक सभा में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आजादी की लड़ाई में सरदार पटेल, महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के योगदान की सराहना करते हुए उसी कड़ी में जिन्ना (पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल मोहम्मद अली जिन्ना) का भी नाम लिया था। योगी ने कहा कि जब व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए कोई व्यक्ति समाज का दोहन करता है तो भले कितना भी लाभ ले ले, लेकिन समाज उन्नति के शिखर पर नहीं पहुंच सकता। कुछ चीजें हैं जो इतिहास हमें सीखने के लिए प्रेरित करता है। जब अफगानिस्तान के बामियान में तालिबानियों ने महात्मा बुद्ध की मूर्ति को तोड़ा तो तालिबान की उस क्रूरता को दुनिया ने देखा था।
उन्होंने कहा कि शांति, करुणा के महामानव की प्रतिमा को तालिबानियों ने कैसे तोड़ा था, यह कभी भूलना नहीं चाहिए। बुद्ध की प्रतिमा को तोड़ने का मतलब शांति और करुणा को तोड़ना है। योगी ने कहा कि 1999 में जब यह घटना हुई तो हमने सोचा कि जिन्होंने महात्मा बुद्ध की प्रतिमा को तोड़ा है, उनकी एक दिन बड़ी दुर्गति होगी और उसके कुछ दिन बाद ही जब अमेरिका बम बरसा रहा था तो मैंने कहा कि यह बुद्ध की प्रतिमा के साथ अन्याय का प्रतिफल है। योगी ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि विपक्ष के पास मुद्दा नहीं है, वह सरदार पटेल का अपमान करना जानते हैं, राष्ट्रनायक सरदार पटेल एक तरफ हैं और इस राष्ट्र को तोड़ने वाले जिन्ना दूसरी तरफ हैं। वह जिन्ना का समर्थन करते हैं और हम सरदार पटेल का समर्थन करते हैं।