सुनारिया जेल में गुरमीत राम रहीम बेचैन हैं। जेल प्रशासन वकील से मिलने की इच्छा जाहिर की है। रंजीत हत्याकांड में सजा सुनाई जाने से एक दिन पहले सोमवार को वकील राम रहीम से सुनारिया जेल में आकर मुलाकात करेंगे। चार साल पहले अगस्त 2017 में सीबीआई की पंचकूला स्थित विशेष अदालत ने गुरमीत राम रहीम को साध्वी यौन उत्पीड़न के मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी।
तभी से राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। जबकि पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में 2019 में उम्रकैद की सजा हुई थी। अब राम रहीम को रंजीत हत्याकांड में दोषी ठहराया गया है। अदालत 12 अक्तूबर को सजा सुनाएगी। सूत्रों ने बताया कि राम रहीम ने अपने वकील से मिलने की इच्छा व्यक्त की है। जेल प्रशासन ने तर्क दिया है कि वकील पहले की तरह सोमवार को जेल में आकर नियमों के तहत मुलाकात कर सकते हैं।
जेल के एक किलोमीटर के दायरे में बढ़ाई सतर्कता
सुनारिया जेल में बंद राम रहीम को तीसरे मामले में दोषी करार देने के बाद जिला पुलिस व खुफिया विभाग सतर्क हो गया है। जेल के एक किलोमीटर के दायरे में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
मई से जुलाई तक पांच बार जेल से बाहर आया राम रहीम सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम तीन माह में पांच बार बाहर आ चुका है। एक बार मां से मिलने के लिए एक दिन के पैरोल पर गुरुग्राम ले जाया गया, जबकि चार बार स्वास्थ्य जांच के लिए पीजीआई, गुरुग्राम व एम्स ले जाया गया। जुलाई माह में एम्स से लौटते समय राम रहीम से दो महिलाओं की कथित मुलाकात के चलते डीएसपी तक को सस्पेंड किया जा चुका है।
कब-कहां ले जाया गया राम रहीम को
- 12 मई: राम रहीम ने ब्लड प्रेशर व बेचैनी की शिकायत की। इसके चलते उसे पीजीआई में जांच के लिए लाया गया
- 17 मई: राम रहीम को मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल दी गई। पुलिस सुरक्षा में उसे गुरुग्राम ले जाया गया
- तीन जून: राम रहीम ने पेट में दर्द की शिकायत की, इसके चलते पीजीआई में लाया गया
- छह जून: राम रहीम को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया। तर्क दिया गया कि राम रहीम के स्वास्थ्य संबंधी टेस्ट पीजीआई रोहतक में नहीं हो सके थे। ऐसे में उसे गुरुग्राम ले जाना पड़ा
- 13 जुलाई: राम रहीम को एम्स ले जाया गया। आरोप लगाया कि वापस लौटते समय राम रहीम से कथित तौर पर दो महिलाओं की मुलाकात करवाई गई। मामले में प्रदेश सरकार ने डीएसपी को सस्पेंड कर दिया था
दाढ़ी काली करवाने की मांगी थी अनुमति
राम रहीम ने हरियाणा मानवाधिकार आयोग से सफेद दाढ़ी को काली करने की मांग की थी। शिकायत की थी जेल प्रशासन इसकी अनुमति नहीं दे रहा। हुआ यूं तीन सितंबर को आयोग के चेयरमैन जस्टिस एसके मित्तल ने सुनारिया जेल का निरीक्षण किया था। उस समय राम रहीम ने आयोग के चेयरमैन को बताया था कि उसने जेल प्रशासन से कहा था कि उसकी दाढ़ी सफेद हो चुकी है, जिसे काली करवाया जाए। जेल प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। आयोग ने शिकायत ले ली थी लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका।