भारत इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले पांच टेस्ट मैचो की सीरीज का आखिरी मैच रद्द कर दिया गया था. मैच रद्द होने का मुख्य कारण कोरोना महामारी थी. आपको बता दें कि सीरीज से चौथे टेस्ट मैच से पहले भारीतय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री अपने एक किताब के विमोचन के लिए लंदन में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में तकरीबन दो सौ से ज्यादा लोगो की भीड़ थी. शास्त्री बिना मास्क लगाये कार्यक्रम में मौजूद दिखाई दिए थे. जिसके कुछ ही दिन बाद शास्त्री समेंत तीन अन्य सहायक स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसी को लेकर शास्त्री पर आरोप लग रहा है कि उनके कारण ही सीरीज का पांचवा मैच रद्द हुआ है.
अब शास्त्री ने इस आरोप का खंडन किया है. उन्होने कहा है कि भारत इंग्लैंड के बीच पांचवें टेस्ट मैच के रद्द होने को लेकर मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है. शास्त्री के अलावा जो तीन खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव हुए थे. उनमें दूसरे फिजियो योगेश परमार का भी नाम शामिल है.
टेस्ट मैच रद्द होने को लेकर कई लोगों ने शास्त्री को निशाने पर लिया था. इसके बाद शास्त्री ने अपने बचाव में कहा कि बिना किसी गलती के उनकी आलोचना हो रही है. शास्त्री ने एक वेबसाइट से कहा, “वे मुझे बलि का बकरा बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन मैं चिंतित नहीं हुआ. किताब विमोचन कार्यक्रम में करीब 250 लोग थे. यह विमोचन के समय नहीं हुआ क्योंकि कार्यक्रम 31 अगस्त को था मैं तीन सितंबर को कोवोडि पॉजिटिव पाया गया. यह तीन दिनों में नहीं हो सकता. मुझे लगता है कि लीड्स में मैं इसकी चपेट में आया. इंग्लैंड 19 जुलाई को खुला अचानक होटल में लोग आने शुरू हुए कोई पाबंदी नहीं थी.”
इसके बाद उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें पुस्तक के विमोचन के लिए जाने का पछतावा है, इसपर शास्त्री ने कहा, “मुझे बिल्कुल भी पछतावा नहीं है क्योंकि उस समारोह में मैं जिन लोगों से मिला, वे शानदार थे. लड़कों के लिए बाहर निकलना अलग-अलग लोगों से मिलना अच्छा था, न कि लगातार कमरे में रहना. ओवल टेस्ट में आप 5,000 लोगों द्वारा उपयोग की जाने वाली सीढ़ियां चढ़ रहे थे. लेकिन किताब के विमोचन पर ऊंगली उठा रहे हैं?”
शास्त्री ने आगे कहा, “ECB का भारतीय क्रिकेट के साथ उनका रिश्ता अच्छा है. मुझे नहीं पता कि यह अगले साल एक स्टैंड-अलोन टेस्ट है या वे उन्हें दो अतिरिक्त टी20 मैच देते हैं, लेकिन मौजूदा रिश्ते के कारण ईसीबी को एक पैसा भी नहीं गंवाना पड़ेगा. उन्होने आगे कहा कि साल 2008 में जब मुंबई में आतंकवादी विस्फोट हुआ था, तो इंग्लैंड ने वापस आकर टेस्ट खेला था. हम यह नहीं भूले हैं.”