इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने दमदार प्रदर्शन किया और मैनचेस्टर टेस्ट रद्द होने से पहले 2-1 की बढ़त हासिल कर ली थी. इस सीरीज में टीम इंडिया को लगातार अच्छी स्थिति में पहुंचाने के लिए जितना श्रेय रोहित शर्मा और केएल राहुल की ओपनिंग जोड़ी को मिल रहा है, उतना ही श्रेय टीम के लिए अहम मौकों पर विकेट झटककर जीत दिलाने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को भी जाता है. बुमराह इस सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे और उनके इस प्रदर्शन की हर कोई तारीफ कर रहा है, लेकिन पूर्व भारतीय गेंदबाज आशीष नेहरा ने बुमराह की तारीफ में और भी बड़ी बात कही है. नेहरा ने कहा है कि वह बल्लेबाजों के दिमाग से खेलते हैं.
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में एकदम फ्लॉप साबित हुए बुमराह ने कुछ ही दिनों के अंदर जबरदस्त वापसी की. नॉटिंघम में पहले ही टेस्ट में बुमराह ने 9 विकेट झटक डाले. इसके बाद भी भारतीय पेसर का जलवा जारी रहा. लॉर्ड्स टेस्ट और ओवल टेस्ट के आखिरी दिन में जिस तरह बुमराह ने अहम विकेट टकाए, उसने मैच को पूरी तरह से पलट दिया और भारतीय टीम को यादगार जीत दिलाते हुए सीरीज में बढ़त दिलाई. 18 विकेट लेकर बुमराह सीरीज में दूसरे सबसे सफल गेंदबाज रहे.
पिच को समीकरण से बाहर किया
जाहिर तौर पर बुमराह जैसे गेंदबाज से ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद रहती है और उन्होंने इन्हें सही भी साबित किया. बुमराह की इस सफलता के अलग-अलग कारण बताए जा सकते हैं, लेकिन पूर्व भारतीय पेसर नेहरा ने एक बुमराह की एक खास बात बताई, जिसने उन्हें इतना असरदार बताया. सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के कार्यक्रम में ओवल टेस्ट का जिक्र करते हुए नेहरा ने कहा, “उन्होंने सिर्फ 2 विकेट लिए, लेकिन जिस तरह से मैच आगे बढ़ रहा था, जब उन्होंने वह स्पैल डाला, तो इंग्लैंड के पास वापसी का कोई मौका नहीं रह गया था. उस वक्त बात हो रही थी, कि पिच बल्लेबाजों की मददगार है, जो मुझे भी लगा कि ऐसा था, लेकिन जिस तरह से उन्होंने टेस्ट मैच में यॉर्कर गेंदें डाली, उसने पिच को पूरी समीकरण से ही बाहर कर दिया.”
बल्लेबाजों के दिमाग से खेलने से मिली सफलता
पूर्व भारतीय गेंदबाज ने साथ ही बुमराह की तारीफ और भी बड़ी बात करते हुए कहा कि वह बल्लेबाजों के दिमाग से खेलते हैं. नेहरा के मुताबिक, “आपने निश्चित रूप से यॉर्कर गेंदबाजी देखी, लेकिन उस स्पैल में उन्होंने बाउंसर का भी अच्छे से इस्तेमाल किया. वह बल्लेबाजों के दिमाग से खेलते हैं और यही कारण है कि आप लगातार टेस्ट मैचों में ऐसा प्रदर्शन कर पाते हो.”
ओवल टेस्ट के आखिरी दिन खतरनाक स्पैल
ओवल टेस्ट के आखिरी दिन बुमराह ने दूसरे सेशन में तहलका मचा दिया था. लंच के बाद उन्होंने 6 ओवरों का स्पैल डाला, जिसमें उन्होंने सिर्फ 6 रन दिए, 3 मेडन डाले और 2 विकेट झटके. ये दो विकेट उन्हें लगातार दो ओवरों में मिले, जिसमें उन्होंने जबरदस्त रिवर्स स्विंग से ऑली पोप और जॉनी बेयरस्टो को बोल्ड किया. इस दौरान बुमराह सबसे कम मैचों में 100 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज भी बने.