इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के मुख्य कार्यकारी टॉम हैरिसन ने शुक्रवार को भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का आखिरी मैच रद्द होने के बाद कहा कि भविष्य में दोनों टीमों के बीच होने वाला पुनर्निर्धारित मैच श्रृंखला का निर्णायक नहीं, बल्कि आमतौर पर खेला जाने वाला इकलौता सामान्य मैच होगा।
टॉम हैरिसन के इस बयान का मतलब यह है कि इस श्रृंखला का परिणाम भारत के पक्ष में ही रहेगा और यह सीरीज भारत द्वारा 2-1 से जीती हुई सीरीज मानी जाएगी, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है और न ही यह पता चला है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप अंक तालिका पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। शेड्यूल के मुताबिक शुक्रवार को मैच शुरू होने से एक दिन पहले रविवार को ईसीबी और बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के बीच रात भर इस बात को लेकर चर्चा चलती रही कि मैच को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाए या नहीं, लेकिन अंत में कोई समाधान नहीं निकला। परिणामस्वरूप मैच को रद्द कर दिया गया।
टॉम ने इस बारे में कहा, बहुत लंबी रात रही। यह सच में दुखद है। आप मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं और हम इसी को लेकर चिंतित हैं। भारत शानदार टीम रही है, लेकिन वह यहां लंबे समय से हैं। हफ्ते दर हफ्ते इस स्तर पर खेलना मुश्किल होता है। भले ही हमें लगे कि हम कोरोना महामारी से उभर रहे हैं, लेकिन खिलाड़ियों के लिए जीवन अलग है। जब कोरोना किसी वातावरण में फैलता है तो यह बहुत तेजी से बढ़ सकता है। उम्मीद है कि हम इस टेस्ट मैच को किसी और समय आयोजित कर सकते हैं, लेकिन यह चार शानदार मैचों के बाद निष्कर्ष की तरह नहीं होगा।
हैरिसन ने सीरीज के नतीजे के बारे में पूछे जाने पर कहा, अभी विषय यह नहीं है, बल्कि बात यह है कि क्या हुआ है और क्यों हुआ है और स्थिति में तुरंत क्या बदलाव आ सकता है। इन सभी चीजों पर बात करने की जरूरत है। जल्द ही इस पर विचार किया जाएगा। यह फैसला हमारे लिए नहीं है, बल्कि आईसीसी के लिए है कि वह अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के संदर्भ में क्या सोचेगा। ईसीबी प्रमुख ने कहा, यहां कोई भी अंक हासिल करने की कोशिश नहीं कर रहा है। जो भी हो रहा है बात सिर्फ उसके संदर्भ में सही निर्णय लेने और प्रत्येक टीम के लिए निष्पक्ष होने को लेकर है। हमारी केवल यही मांग है और यह प्रक्रिया आने वाले हफ्तों में पूरी होगी। यह इतनी बड़ी बात नहीं है जो हमें अनावश्यक रूप से चिंतित करे। हम केवल उन लोगों से अपेक्षा करते हैं जो इन निर्णयों को लेने के लिए हैं।
उल्लेखनीय है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शर्ताें के अनुसार अगर कोरोना किसी टीम को मैदान में खिलाड़ियों को उतारने को लेकर प्रभावित कर रहा है तो टीमें मैच न खेलने का फैसला ले सकती हैं, लेकिन यहां 20 सदस्यीय भारतीय दल में कोई भी वायरस की चपेट में नहीं आया है, जिससे उसके सामने मुश्किल स्थिति हो। हालांकि अगर ईसीबी उस तर्क को स्वीकार करता है तो इसे चार मैचों की श्रृंखला के रूप में माना जा सकता है, जिसमें प्रतिशत के आधार पर अंकों के मायने होंगे और अगर ईसीबी इससे सहमत नहीं है तो वह विवाद समाधान समिति के पास सीरीज के नतीजे को लेकर विरोध दर्ज कर सकता है। इससे पहले बीसीसीआई ने एक बयान में कहा था, बीसीसीआई और ईसीबी के बीच मजबूत संबंधों के चलते बीसीसीआई ने ईसीबी के सामने रद्द हुए मैच को फिर से खेलने की पेशकश रखी है। दोनों बोर्ड टेस्ट मैच के नए कार्यक्रम के लिए नयी विंडो तलाश करेंगे।