मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पंजाब के कट्टरपंथी नेता बलजिंदर सिंह परवाना द्वारा जान से मारने की धमकी देने पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि वह अपने हैं। परवाना हरिहर मंदिर और हरि मंदिर साहिब के अंतर को नहीं समझ पाए, इसीलिए उन्होंने अर्थ का अनर्थ निकाल लिया।पिछले दिनों ‘हिंदू सनातन एकता यात्रा’ के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उत्तर प्रदेश के संभल स्थित जामा मस्जिद की एएसआई के सर्वे को लेकर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि हरिहर मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में वह साधु-संतों के साथ जाएंगे। इस बयान पर पंजाब के कट्टरपंथी नेता परवाना ने जान से मारने की धमकी देते हुए कहा था कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के करैरा तहसील में इन दिनों धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा चल रही है। यहां उन्होंने पत्रकारों से पंजाब के कट्टरपंथी नेता बलजिंदर सिंह परवाना द्वारा दी गई जान से मारने की धमकी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि परवाना ने उनके बयान का गलत अर्थ निकाला।उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के संभल जिले स्थित जामा मस्जिद के मामले में कहा था कि अगर एएसआईं की सर्वे रिपोर्ट पर कोर्ट का आदेश आता है, तो वह महात्माओं के साथ हरिहर मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा और अभिषेक करेंगे। यह बयान एएसआई सर्वे में हरिहर मंदिर से जुड़े प्राचीन लेखों और इतिहास के मिलने के संदर्भ में था।धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सिख हमारे भाई हैं, हमारा परिवार हैं, उनकी गालियां भी हमें स्वीकार हैं, उनकी तालियां भी हमें स्वीकार है, उनकी धमकी हमें स्वीकार है, उनका प्यार भी हमें स्वीकार है। परवाना को सुनने में थोड़ा सा भेद हो गया, इसीलिए उन्होंने इस तरह के शब्दों को बोला। हम नहीं चाहते कि हिंदू और सिख अलग-अलग हो जाएं, क्योंकि हरि मंदिर साहिब के प्रति हमारी निष्ठा है।