अमेरिकी फेडरल रिजर्व आज यानी 18 सितंबर को भारतीय समय के अनुसार रात 11 बजकर 30 मिनट पर अपनी मॉनेटरी पॉलिसी की घोषणा कर देगा. ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीद की जा रही है.
अगर ऐसा होगा तो चार साल के बाद पहली बार फेड ब्याज दरों में कटौती करेगा. वैसे जानकारों के बीच चर्चा इस बात की भी हो रही है कि क्या फेड 50 बेसिस प्वाइंट की भी कटौती कर सकता है. वैसे इसकी उम्मीदें काफी कम देखी जा रही हैं. वहीं दूसरी ओर कई ऐसे फैक्टर भी हैं तो एक बार फिर से अमेरिकी फेड को ब्याज दरों में कटौती करने से रोक सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो पूरी दुनिया दंग हो सकती है. क्योंकि दुनिया के कई देश ऐसे हैं जो अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती का इंतजार कर रहे हैं, ताकि वो भी अपनी पॉलिसी में कटौती कर सके.
वहीं दूसरी ओर बाजार इकोनॉमी की सेहत और देश की महंगाई के अलावा रोजगार से संबंधित जानकारी का इंतजार भी कर रहे हैं. अमेरिकी फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल का भाषण घरेलू और ग्लोबल शेयर बाजारों के सेंटीमेंट को भी प्रभावित कर सकता है.
पेस 360 के को-फाउंडर और चीफ ग्लोबल स्ट्रैटिजिस्ट अमित गोयल ने मीडिया रिपोर्ट में कहा सितंबर की बैठक में, फेडरल रिजर्व 2020 के बाद पहली बार ब्याज दरों में कटौती करेगा. फेड के पॉलिसी मेकर्स फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) ने जुलाई 2023 के बाद से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. बाजार का प्राथमिक सवाल यह है कि फेड कितना और कितनी बार ब्याज दरों में कटौती करेगा. उन्होंने कहा कि हम 25 बेसिस प्वाइंट दर में कटौती की उम्मीद करते हैं. हालांकि, ऐसे कई फैक्टर हैं जो दर में कटौती के फैसले को प्रभावित भी कर सकते हैं.
ये फैक्टर डाल सकते हैं फैसले पर असर
- अमेरिकी महंगाई : मौजूदा समय में अमेरिका में महंगाई का आंकड़ा पॉजिटिव देखने को मिला था. अकॉम्डेशन और ट्रैवल कॉस्ट में इजाफा होने के कारण अगस्त में इनका असर जरूर देखने को मिला. जिसकी वजह से पॉलिसी बैठक में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो गई. लेबर डिपार्टमेंट के अनुसार, अमेरिकी सीपीआई पिछले साल के इसी महीने की तुलना में अगस्त में घटकर 2.5 फीसदी रह गया, जो जुलाई में 2.9 फीसदी से कम है, जो फरवरी 2021 के बाद से सबसे कम दर है.
- बेरोजगारी की दर : अगस्त में, अमेरिकी बेरोजगारी दर जुलाई के 4.3 फीसदी से थोड़ा कम होकर 4.2 फीसदी पर आ गई. हालांकि, यह अप्रैल 2023 में दर्ज किए गए 3.4 फीसदी के ऐतिहासिक निचले स्तर से काफी अधिक है. हालांकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व महंगाई को अपने 2 फीसदी लक्ष्य के करीब लाने में कामयाब रहा है, लेकिन बढ़ती बेरोजगारी दर चिंता का कारण बनी हुई है.
- मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर : अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पिछले 12 महीनों में 11वीं बार कम हुआ, जो कुल उत्पादन और मांग में गिरावट का संकेत है. आईएसएम मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई अगस्त में 47.2 दर्ज किया गया. अगस्त में, मोटर व्हीकल प्रोडक्शन में उछाल के कारण अमेरिकी कारखानों में उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. हालांकि, पिछले महीने के आंकड़ों को नीचे की ओर रिवाइज किया गया था, जो दर्शाता है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर काफी हद तक स्टेलबल हो गया था. फ़ेडरल रिज़र्व के अनुसार, जुलाई में रिवाइज 0.7 फीसदी की गिरावट के बाद, अगस्त में फैक्ट्री उत्पादन में 0.9 फीसदी की वृद्धि हुई.
- नौकरियों के अवसर : जॉब ओपनिंग डेटा बेरोजगारी दर से जुड़ा हुआ है. नौकरी के अवसरों में वृद्धि आर्थिक विस्तार का संकेत देती है, जबकि गिरावट लेबर मार्केट के ठंडे होने का संकेत देती है. फ्रेश आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई में नौकरी के अवसर जनवरी 2021 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर है, जब कोविड-19 महामारी चरम पर थी. अगस्त में अमेरिकी इकोनॉमी में केवल 142,000 नौकरियां शामिल थी जोकि उम्मीद से काफी कम है. अर्थशास्त्रियों का अब मानना है कि दर में 50-आधार अंक की कटौती की संभावना बढ़ गई है.