केएल राहुल इंग्लैंड में सलामी बल्लेबाज के रूप में भारत की दूसरी पसंद भी नहीं थे, लेकिन जब ट्रेंट ब्रिज में खेले गए पहले टेस्ट मैच के लिए जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ पड़ी तो 29 वर्षीय इस बल्लेबाज ने सुनिश्चित किया कि उनकी यह वापसी एक मैच से ज्यादा लंबी चले।
पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज में भारत ने 1-0 से बढ़त बना रखी है और राहुल अब तक चार पारियों में 244 रन बनाकर भारत की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। इस दौरान उन्होंने अपने करियर का छठा टेस्ट शतक भी लगाया। सीरीज शुरू होने से पहले शुभमन गिल स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह से घर लौट गए, जिसके बाद मयंक अग्रवाल के नाटिंघम में रोहित शर्मा के सलामी जोड़ीदार होने की उम्मीद थी। लेकिन, प्रशिक्षण के दौरान अग्रवाल को कन्कशन की समस्या का सामना करना पड़ा, जिससे राहुल को लगभग दो वर्षो में अपना पहला टेस्ट खेलने के लिए उतरना पड़ा और अब वह इस पोजीशन को गंवाने के मूड में नहीं हैं।
राहुल के 84 रन ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में भारत की ओर से सर्वाधिक स्कोर था और इसी तरह लार्ड्स में उनके 129 रन भी भारत की ओर से सबसे बड़ी पारी थी। उनके इस शतक की वजह से भारतीय टीम लार्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड को अंतिम दिन 151 रन से हराने में सफल रही थी। तेजी से रन बनाने की अपनी स्वछंद शैली की वजह से राहुल सीमित ओवरों के क्रिकेट में पहली पसंद होते हैं, लेकिन अब राहुल ने धैर्य रखकर खेले वाले खेल में भी अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो वेबसाइट पर लिखा, ‘टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में राहुल की वापसी शीर्ष पर सफल होने की उनकी क्षमता के बारे में इतनी अधिक नहीं थी। यदि उनमें कौशल नहीं होता तो उनके नाम पांच टेस्ट शतक (इनमें से भी चार विदेशी जमीन पर) नहीं होते। (असल में छह टेस्ट शतक और उनमें से पांच विदेशी जमीन पर) यदि ट्रेंट ब्रिज में 84 रनों की पारी ने दिखाया कि उन्हें नई गेंद के खिलाफ अपने कौशल पर भरोसा है, तो लार्ड्स में राहुल के शतक ने स्थापित किया कि वह कुछ अच्छा करने के लिए वापस आए हैं।’
आफ स्टंप के बाहर की गेंदों का पीछा करने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाते हुए उन्होंने लार्ड्स में खेली गई पहली 100 गेंदों में सिर्फ 18 रन बनाए और बाद में तेजी से बल्लेबाजी की। चोपड़ा ने कहा, ‘वह अपना समय बिताने और आगे बढ़ने के लिए सही समय की प्रतीक्षा करने को तैयार दिखे। उनके लिए अगली चुनौती इस अच्छी फार्म को अधिक से अधिक समय तक बरकरार रखना है।’ दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट 25 अगस्त से लीड्स में खेला जाएगा।