ईरान की ओर से इजरायल पर करीब 300 मिसाइलें और ड्रोन दागे जाने के बाद पूरी दुनिया में टेंशन का माहौल है। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे पश्चिमी देश और रूस, चीन और भारत जैसी एशियाई शक्तियों की घटनाक्रम पर पैनी नजर बनी हुई है।हर किसी की निगाह फिलहाल इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर टिकी हुई है कि वह अगला फैसला क्या लेते हैं। इस बीच नेतन्याहू सरकार ने वॉर कैबिनेट की दूसरी मीटिंग बुला ली है। इसमें मंथन होगा कि आखिर कैसे ईरान की हरकत का माकूल जवाब दिया जाएगा। इससे पहले रविवार को भी मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में यह सहमति बनी थी कि ईरान से बदला लिया जाएगा, लेकिन कैसे लेंगे यह तय नहीं हो सका था।
इजरायल की ओर से फिलहाल संभलकर कदम उठाने के संकेत मिले हैं, लेकिन नेतन्याहू सरकार अपने सख्त तेवरों के लिए जानी जाती है। ऐसे में वह कोई सरप्राइज अटैक का फैसला भी कर सकते हैं। इस बीच दुनिया भऱ के नेताओं का रिएक्शन आया है और उन्होंने ईरान एवं इजरायल से शांति की अपील की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि मैं इसकी तीखी निंदा करता हूं। इसके साथ ही उन्होंने इजरायल से भी संयम की अपील की। खबर है कि बेंजामिन नेतन्याहू तुरंत युद्ध में भी कूदना चाहते थे, लेकिन बाइडेन ने कहा कि ऐसा करना ठीक नहीं होगा। फिर इजरायल यदि उतरेगा भी तो अमेरिका सक्रिय तौर पर हिस्सा नहीं लेगा।
बाइडेन के अलावा यूरोपीय नेताओं का भी कहना है कि अब खूनखराबा रुकना चाहिए। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि मैं ईरान की ओर से किए हमले की निंदा करता हूं। ईरान की इस हरकत से पश्चिम एशिया में स्थिरता को खतरा पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि फ्रांस अपील करता है कि दोनों देश तनाव से बचें। जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बाएरबॉक ने भी अपील की कि शांति बरती जाए। इसके साथ ही उन्होंने ईरान की ओर से किए हमले की निंदा की भी की और कहा कि उसने दुनिया को एक नए खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि ईरान और उसके सहयोगी आतंकी संगठनों को तत्काल रुक जाना चाहिए।
कोलंबिया के राष्ट्रपति बोले- अब तो विश्व युद्ध की आहट मिल रही
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा कि हम ईरान की हरकत की कड़ी निंदा करते हैं। सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन, यूएई और कुवैत समेत कई खाड़ी देशों ने भी इस तनाव को कम करने की अपील की है। वहीं दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने तो साफ कहा कि यह तीसरे विश्व युद्ध की आहट है। यदि इसे अभी नहीं रोका गया तो ईरान का हमला तीसरे विश्व युद्ध की एक प्रस्ताव हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘इसका पहले से अनुमान था। ऐसा लगता है कि हम तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। हमारी अपील है कि मानवता के लिए युद्ध को टाल दिया जाए।’