पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर आजादी के बाद की ”सबसे भ्रष्ट सरकार” होने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को कहा कि यूपीए के आर्थिक कुप्रबंधन ने देश के विकास की संभावनाएं खत्म कर दी थीं लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में न केवल देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई बल्कि भारत सफलता के नित नए आयाम रचते हुए आगे बढ़ रहा है।
”भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र ओर देशवासियों के जीवन पर इसके प्रभाव” पर राज्यसभा में अल्पकालिक चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा के सुशील कुमार मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिंह राव एवं प्रख्यात वैज्ञानिक एम स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया।
उन्होंने कहा ”चौधरी चरण सिंह 27 दिन प्रधानमंत्री रहे, उन्हें कांग्रेस ने समर्थन दिया लेकिन विश्वास मत से पहले ही समर्थन वापस ले लिया। 1991 के आर्थिक सुधार के प्रणेता पी वी नरसिंह राव का दाह संस्कार कांग्रेस ने दिल्ली में नहीं होने दिया, न ही उनका यहां स्मारक बनाया।” सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नरसिंह राव की बात करने वाली कांग्रेस के लोग राव के आर्थिक सुधार ही भूल गए। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने, उस समय देश की अर्थव्यवस्था नाजुक स्थिति में थी, भ्रष्टाचार चरम पर था, नीतिगत पंगुता, परियोजनाओं में विलंब, नेतृत्व का संकट था।
उन्होंने कहा कि आर्थिक कुप्रबंधन ने देश के विकास की संभावनाएं खत्म कर दी थीं और इन सबके कारण निवेशकों ने मुंह मोड़ लिया था। सुशील मोदी ने कहा कि संप्रग के दस साल के कार्यकाल में उनके सात मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोप में इस्तीफा दे कर जेल जाना पड़ा था। उन्होंने कहा, ”नरेन्द्र मोदी की सरकार को दस साल हो गए लेकिन एक भी मंत्री पर या प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा।” उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के कार्यकाल में कोयला ब्लॉक आवंटन ‘पहले आओ, पहले पाओ’ की नीति पर होता था। उन्होंने कहा, ”ऐसा भी भला कोई नियम होता है क्या, जिसमें पहले आने पर कोयले का कैप्टिव माइन मिल जाएगा।”
सुशील मोदी ने कहा कि कैग के अनुसार, इस तथाकथित नीति के चलते एक लाख 86 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। 2014 में उच्चतम न्यायालय ने ऐसे आवंटन रद्द किए और 47 मामलों में अंतिम रिपोर्ट दाखिल हुई और 14 अभियुक्तों को सजा हुई। उन्होंने कहा ”लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में कोयले का पारदर्शी तरीके से ब्लॉक आवंटन हो रहा है और रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है। आजादी के बाद देश में 89.3 करोड़ टन रिकार्ड उत्पादन हुआ। 2014 की तुलना में उत्पादन में 57.8 प्रतिशत वृद्धि हुई है। ”
भाजपा नेता ने कहा ”जो भारत पहले ऊर्जा संकट से जूझ रहा था वह अब आत्मनिर्भर है। 2014 के बाद एक लाख 96 हजार मेगावट बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ी है। गांवों में अब 12 घंटे के बजाय 20 घंटे बिजली मिल रही है।” उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के समय एक लाख 76 हजार करोड़ रुपये का 2जी घोटाला हुआ जिसमें एक लाख 76 हजार करोड़ रुपये का संभावित नुकसान हुआ। लेकिन आज स्थिति बिल्कुल अलग है। मोदी सरकार के कार्यकाल में स्पेक्ट्रम का आवंटन पारदर्शी तरीके से किया गया है। 5जी को दुनिया में सबसे तेज तरीके से शुरू किया गया और देश के 95 फीसदी गांवों में 4जी और 5जी पहुंच चुका है। 5जी के स्पेक्ट्रम नीलामी से सरकार को 1.5 लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ।
सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि संप्रग सरकार के समय दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल को बर्बाद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जो बीएसएनएल 2004 में छह अरब डॉलर की कंपनी थी वह 2014 में पूरी तरह घाटे में आ गया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बीएसएनएल को 3.22 लाख करोड़ रुपये के तीन पैकेज दिए गए और यह पुन:जीवित हुआ। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के समय राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन हुआ जिसमें 70 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। उन्होंने कहा ”मोदी सरकार के समय देश में जी20 का आयोजन हुआ जिसमें 13,000 करोड़ रुपये खर्च हुए। पूरे देश में कार्यक्रम हुए लेकिन कोई गड़बड़ी नहीं हुई।”
सुशील मोदी ने कहा ‘यूपीए सरकार के समय हेलीकॉप्टर खरीद में अगस्ता वेस्टर्न घोटाला, हॉक एयरक्रॉफ्ट खरीद घोटाला, पायलट बेसिक ट्रेनर घोटाला, रेलवे की नौकरी के बदले जमीन लेने का घोटाला हुआ… आजादी के बाद अगर कोई सबसे भ्रष्ट सरकार थी तो संप्रग सरकार थी।” उन्होंने कहा कि 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी पदमुक्त होते समय एक अच्छी अर्थव्यवस्था सौंप कर गए थे। उन्होंने कहा ”अर्थव्यवस्था में बैंकों की अहम भूमिका होती है लेकिन सितंबर 2013 में संप्रग सरकार में बैंकों का एनपीए 12.3 फीसदी हो गया। बैंकों का कर्ज 6.6 लाख करोड़ रुपये से बढ़ कर आठ साल में 39 लाख करोड़ रुपये हो गया। उद्योगपतियों को कर्ज देने के लिए फोन पर बैंकों को निर्देश दिया जाता था।”
भाजपा सदस्य ने दावा किया कि आज बैंकों का स्वर्णिम युग है और 2023 में ‘जीएनपीए’ 4.41 फीसदी रहा। उन्होंने कहा कि आज सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक लाभ की स्थिति में हैं और 2022-23 में बैंकों को एक लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि बैंकों को मोदी सरकार ने 3.10 लाख करोड़ रुपये पांच साल में ‘रीकैपिटलाइज’ करने के लिए दिए। सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग आर्थिक सुधार के प्रणेता नरसिहं राव का नाम तो लेते हैं लेकिन संप्रग ने 2004 के बाद एक भी आर्थिक सुधार नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2010 में जीएसटी को लागू करने का वादा किया था। उन्होंने पूछा ”2010 में वादे के अनुसार, जीएसटी लागू क्यों नहीं किया गया?”
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने 2017 में देश भर में जीएसटी लागू किया और जीएसटी के कारण दिसंबर 2017 से मार्च 2023 तक हर माह 45,000 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है। उन्होंने कहा कि आज मुद्रास्फीति नियंत्रण में है और विकास दर सात फीसदी से अधिक है जो दुनिया में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि छह अरब डॉलर का रिकॉर्ड विदेशी मुद्रा भंडार आज भारत के पास है। उन्होंने कहा कि हम कभी कमजोर अर्थव्यवस्था थे जो आज शीर्ष पांच अर्थव्यवस्था में से एक बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों का भरोसा सरकार में खत्म हो गया था जो आज बहाल हो गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सरकारी योजनाओं में लाभ को नहीं देखा बल्कि उन्हें संतृप्त किया है। सुशील मोदी ने कहा कि आज डिजिटल भुगतान में भारत विश्व में सबसे आगे है, देश खुले में शौच से मुक्त हो चुका है, कोविड का टीका देश में बनाया गया और सबका टीकाकरण हुआ। उन्होंने इन उपलब्धियों को देश के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि 2004 में मुद्रास्फीति दर 8.2 फीसदी थी जो आज 5 फीसदी है तथा 2004 में इलेक्ट्रॉनिक निर्यात 7.6 अरब डालर था जो आज 22.7 अरब डॉलर है। उन्होंने कहा कि 2014 में एफडीआई 305 अरब डॉलर था जो आज 596 अरब डॉलर है।
सुशील मोदी ने कहा ”संप्रग सरकार के समय 350 स्टार्टअप थे जो आज बढ़ कर 117257 हो गए। 2014 में 5 शहरों में चल रही मेट्रो आज बीस शहरों तक पहुंच गई है। संप्रग के दस साल में 25000 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हुआ जो मोदी सरकार के दस साल में 55000 किमी रहा। राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की गति पहले 12 किमी प्रति दिन थी जो आज 29 किमी प्रति दिन है। संप्रग के कार्यकाल में रेल दुर्घटनाओं की दर 233 थी जो आज 34 है। संप्रग के समय में रेलवे का विद्युतीकरण 22000 किमी हुआ था जो मोदी सरकार के दस साल में 60,000 किमी है।”
उन्होंने कहा कि देश के लिए काम करने का अंतर साफ है। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के समय में देश में हवाई अड्डों की संख्या 74 थी जो मोदी सरकार के दस साल में बढ़ कर 149 हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पहले टोल प्लाजा पर 12 मिनट इंतजार करना पड़ता था, आज केवल 47 सेकेंड लगते हैं। उन्होंने कहा कि मोबाइल ब्रॉड बैंड के ग्राहक संप्रग सरकार के समय में छह करोड़ थे जो आज 90 करोड़ हैं। ”इसी तरह पहले मेडिकल कालेज की संख्या 387 थी जो आज 706 है। मेडिकल सीटों की संख्या पहले 51000 थी जो आज एक लाख आठ हजार हो चुकी हैं। विश्वविद्यालयों की संख्या 676 से बढ़ कर आज 1168 हो चुकी है।”
सुशील मोदी ने कहा कि संप्रग सरकार के समय में एलपीजी कनेक्शन 14 करोड़ थे जो मोदी सरकार के समय बढ़ कर 31 करोड़ हो गए। इसी तरह पीएनजी कनेक्शन 22 लाख से बढ़ कर एक करोड़ 19 लाख हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहले ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली 12 घंटे थी जो आज 20 घंटे हो गई है। उन्होंने कहा कि ‘डीबीटी’ के लाभार्थियों की संख्या संप्रग के समय में 10 करोड़ थी जो आज 166 करोड़ हो चुकी है। सुशील मोदी ने कहा कि दसवें नंबर की अर्थव्यवस्था से पांचवे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने में हमें खासी मेहनत करनी पड़ी है और ”हम तूफान से किश्ती निकाल लाए हैं।”