बिहार में इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच लोकसभा सीटों का बंटवारा हो चुका है। यह दावा किया है राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी और आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने।
भाई वीरेंद्र ने कहा है कि महागठबंधन में सीट बंटवारा हो गया है और इसकी घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी। ्पटना की मनेर विधानसभा सीट से चार बार के विधायक वीरेंद्र ने कहा कि जिस दल की जो हैसियत है, उसके हिसाब से उसे सीटें दी गई हैं। हालांकि उन्होंने किसे कितनी सीट दी गई है, इसकी जानकारी नहीं दी। प्रदेश राजद कार्यालय में गुरुवार को मीडिया से बातचीत में वीरेंद्र ने कहा कि जल्द ही सीट शेयरिंग का ऐलान हो जाएगा।
दूसरी तरफ बिहार के कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि खरमास के बाद सीटों का बंटवारा हो जाएगा। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा के साथ संवाददाता सम्मेलन कर रहे अखिलेश ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि 14 जनवरी के बाद साथी दलों के बीच लोकसाभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के बिहार प्रभारी आलोक शर्मा ने कहा कि 10 साल के मोदी शासन में महंगाई, बेरोजगारी और अत्याचार चरम पर है। गरीब और गरीब हो रहे हैं, जबकि अमीर पूंजीपति और अमीर हो रहे हैं। शर्मा ने कहा कि हर साल दो करोड़ रोजगार नहीं दिया। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा पूरा नहीं किया। खाते में 15 लाख जुमला साबित हुए।
इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद दिल्ली में कहा गया था कि तीन सप्ताह से एक महीने में सीटों का बंटवारा हो जाएगा। बिहार की 40 लोकसभा सीटों में इस समय गठबंधन से जेडीयू के 16 और कांग्रेस के एक सांसद हैं। जेडीयू ने साफ कह रखा है कि गठबंधन में सिटिंग सांसदों की सीट उसी पार्टी के पास रहने पर सहमति बनी है। इस हिसाब से 40 में 17 सीटें जेडीयू और कांग्रेस के लिए आरक्षित हो जाती हैं। बची हुई 23 सीटों पर मुख्य रूप से आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई-माले और सीपीआई की दावेदारी है जिसको लेकर खींच-तान चल रही है। सीट बंटवारे की बातचीत को आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के बीच सिमटता देख सीपीआई-माले और सीपीआई के नेता भी एक्टिव हो गए हैं और खुलकर आठ सीट मांग रहे हैं।