इंतजार खत्म… सात दिनों से एक सवाल जो बार-बार सामने आ रहा था कि छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री अब कौन बनेगा, उसका जवाब आ गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विष्णुदेव साय को सूबे का सीएम बनाया है।
साय राज्य के पहले आदिवासी सीएम हैं। इसी के साथ भगवा दल ने विजय शर्मा और अरुण साव को राज्य का डिप्टी सीएम बनाया है। इस ऐलान के बाद भाजपा ने एक साथ तीन कार्ड चल दिया है। आइए समझते हैं कि भाजपा की यह तिकड़ी कैसे मचाएगी कमाल…
बड़े आदिवासी चेहरे को बनाया सीएम
भाजपा ने विष्णुदेव साय को सीएम बनाया है। साय राज्य के एक बड़े आदिवासी नेता हैं। वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के करीबी भी हैं। चार बार विधायक रहे साय की छवि एक शालीन नेता के तौर पर है। एक दिलचस्प बात यह है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में साय को टिकट नहीं मिला था, लेकिन 2023 में उन्हें सीएम की कुर्सी मिल गई है। राज्य में आदिवासियों की संख्या 30 फीसदी से ज्यादा है, वहीं विष्णुदेव साय राज्य के पहले आदिवासी सीएम भी हैं। पार्टी और संगठन में साय की अच्छी पकड़ है।
कट्टर हिंदू की छवि वाले विजय शर्मा बने डिप्टी सीएम
भगवा दल ने विजय शर्मा को छत्तीसगढ़ का डिप्टी सीएम बनाया है। विजय शर्मा कवर्धा झंडा केस से सुर्खियों में आए थे। उनकी छवि एक कट्टर हिंदूवादी नेता के तौर पर है। इस चुनाव में शर्मा ने भूपेश बघेल के मंत्री मोहम्मद अकबर को बंपर वोटों से हराया है। दरअसल, साल 2021 के कवर्धा झंडा विवाद में विजय शर्मा को दो महीने जेल में भी रहना पड़ा था। इस घटना के बाद उनका नाम एक कट्टर हिंदूवादी चेहरे के तौर पर सामने आया है।
अनुभव के धनी हैं ओबीसी नेता अरुण साव
चुनाव नतीजे सामने आने के बाद जिस नाम की चर्चा सबसे ज्यादा सीएम पद के लिए थी वो अरुण साव ही हैं। भाजपा ने साव को राज्य का डिप्टी सीएम बनाया है। साव भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष हैं। वो ओबीसी समुदाय से आते हैं। राज्य में ओबीसी की आबादी 40 फीसदी से ज्यादा है। दरअसल, मध्य प्रदेश से अलग होकर जब छत्तीसगढ़ नया राज्य बना तब अरुण साव ने भाजपा को एक मजबूत पार्टी बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
भाजपा ने चला मास्टर कार्ड
तीन दिसंबर के बाद से ही अटकलबाजियों का दौर जारी था। ऐसा माना जा रहा था कि भाजपा किसी नए चेहरे को सीएम बनाएगी, और हुआ भी ऐसा ही है। भाजपा ने बतौर मुख्यमंत्री एक बड़े आदिवासी चेहरे के नाम का ऐलान किया है। सरपंच बनकर राजनीति में एंट्री लेने वाले अनुभवि नेता विष्णुदेव साय को सीएम बनाया गया है। वहीं दो डिप्टी सीएम बनाकर भाजपा ने हिंदूवादी और ओबीसा कार्ड भी चला है। करीब पांच महीने बाद लोकसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि सूबे में भाजपा की यह तिकड़ी लोकसभा चुनाव में कमाल कर सकती है।