फिलिस्तीनी शहर गाजा पट्टी में जारी इजरायल की तबाही के बीच पड़ोसी देश जॉर्डन ने बड़ी चेतावनी दी है। जॉर्डन के विदेश मंत्री ने हमास को खत्म करने के इजरायली इरादों पर संदेह जाताय। उन्होंने कहा कि इजरायल भारी बमबारी और गाजा पट्टी पर आक्रमण करके हमास को नष्ट करने के अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है।
लेकिन संदेह व्यक्त करते हुए, अयमान सफादी ने बहरीन में वार्षिक आईआईएसएस मनामा संवाद सुरक्षा शिखर सम्मेलन में कहा, “इजरायल का कहना है कि वह हमास का सफाया करना चाहता है। यहां बहुत सारे सैन्य लोग हैं, मुझे समझ नहीं आता कि यह उद्देश्य कैसे पूरा किया जा सकता है।”
अयमान सफादी ने इजरायल को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि उनका देश इस तरह के विस्थापन को रोकने के लिए “जो कुछ भी करना होगा” करेगा। उन्होंने कहा, “हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे। यह युद्ध अपराध होने के साथ-साथ हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा होगा। हम इसे रोकने के लिए जो भी करना होगा करेंगे।” बता दें कि जॉर्डन की सीमा वेस्ट बैंक से लगती है। गाजा युद्ध ने जॉर्डन में उथल-पुथल की आशंका पैदा कर दी और अधिकारियों को यह जोखिम दिखाई देने लगा कि इजरायल वेस्ट बैंक से फिलिस्तीनियों को सामूहिक रूप से निकाल सकता है।
अयमान सफादी ने कहा, “यह युद्ध हमें कहीं और नहीं बल्कि अधिक संघर्ष, अधिक पीड़ा और क्षेत्रीय युद्धों के विस्तार के खतरे की ओर ले जा रहा है।” 7 अक्टूबर को इजरायल में घातक हमले के बाद से इजरायल ने हमास को नष्ट करने की कसम खाई है। लेकिन इससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि अगर हमास हार गया तो घनी आबादी वाले इलाके गाजा पर शासन कौन करेगा। हमास 2007 से गाजा पट्टी पर शासन कर रहा है।
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा कि इजरायल-हमास युद्ध खत्म होने के बाद केवल फिलिस्तीनी अथॉरिटी (पीए) ही गाजा चला सकता है। बता दें कि पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित फिलिस्तीनी अथॉरिटी वेस्ट बैंक में सीमित स्वशासन चलाती है। उन्होंने कहा, “हमास अब गाजा पर नियंत्रण नहीं कर सकता। तो गाजा पर किसका नियंत्रण होगा? मुझे लगता है कि केवल एक ही ऐसा कर सकता है – फिलिस्तीनी अथॉरिटी।”
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि अगर पूर्ण राजनीतिक समाधान हो तो पीए गाजा के प्रशासन में भूमिका निभा सकता है। इजरायल-फिलिस्तीनी शांति वार्ता 2014 से रुकी हुई है। वहीं पीए की फिलिस्तीनियों के बीच बहुत ज्यादा लोकप्रिय नहीं है। इस बीच, मध्य पूर्व पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शीर्ष सलाहकार ने कहा कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों की रिहाई से मानवीय सहायता वितरण में वृद्धि होगी।