इजरायल में 4 लाख से ज्यादा युवाओं ने हमास से छिड़ी जंग में हथियार उठा लिए हैं। इस बीच 13 लड़कियों की एक सैन्य टुकड़ी की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है, जिसने 100 से ज्यादा खूंखार हमास आतंकियों को मार गिराया और किबुत्ज शहर को ही आजाद करा लिया।
इसी शहर पर 7 अक्टूबर को हमास ने सबसे ज्यादा हमला बोला था। इजरायली डिफेंस फोर्स की 13 सैनिकों की पूरी तरह महिलाओं वाली यूनिट ने यहां इनका मुकाबला किया और 100 से ज्यादा को ढेर कर दिया। लेफ्टिनेंट कर्नल बेन येहूदा के नेतृत्व में इस टुकड़ी ने मजबूती से हमास का मुकाबला किया।
इन लड़कियों ने उस दौरान मुंहतोड़ जवाब दिया, जब हमास के आतंकी मिस्र से लगी एक सीमा चौकी पर हमला बोलने जा रहे थे। चारों तरफ से रॉकेट बरस रहे थे, लेकिन इन लड़कियों ने डटकर मुकाबला किया। कहा जा रहा है कि यदि ये मुकाबला नहीं करतीं तो फिर हमास आतंकी यहूदियों की कुछ और बड़ी बस्तियों तक पहुंच जाते। सूफा मिलिट्री बेस पर हमास के आतंकियों ने हमला किया था और इसी दौरान एक सैनिक ने बेन येहूदा को संदेश भेजकर अलर्ट किया था। सैनिक ने कहा,’येहूदा बेन यहां बहुत सारे आतंकी है। उन लोगों के पास बड़े पैमाने पर हथियार हैं।’
बेन येहूदा जितनी जंग के मैदान में मजबूत हैं, उतना ही जोश भरने में माहिर भी हैं। टुकड़ी को लेकर रवाना होने से पहले उन्होंने अपनी साथी महिला सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा था, ‘हम मजबूत हैं और हमें हराया नहीं जा सकता। हम आतंकियों को खत्म करने जा रहे हैं। इजरायल में घुसपैठ हुई है और वे फैल रहे हैं। आप लोग अलर्ट रहे। हम एक मजबूत टीम हैं।’ जब वे चौकी पर अपनी यूनिट के साथ पहुंचीं तो देखा कि हमास ने पोस्ट पर कब्जा जमा लिया है और इजरायल की सेना के 50 जवानों को बंधक बना रखा है।
बेन येहूदा की टीम ने कैसे आतंकियों को एक ठिकाने पर घेरा
इस दौरान बेन येहूदा और उनकी टीम ने बहादुरी के साथ सूझबूझ भी दिखाई। इन लोगों ने उस बेस को निशाना बनाया, जहां 7 गनमैन तैनात थे और वहां ऐंटी टैंक मिसाइलें भी थीं। इन महिला सैनिकों ने बेस को अच्छी तरह से घेर लिया और करीब 50 आतंकियों पर हमला बोला। इसमें कई आतंकी मारे गए तो कुछ भाग निकले। यही नहीं एक आतंकी पर तो बेन येहूदा ने बेहद करीब से सिर पर गोली मारकर ढेर कर दिया।
आतंकियों को मारा भी और बंधक भी बचा लिए
यही नहीं इस दौरान जब कुछ और सैनिक पहुंचे तो उन्होंने उस इमारत को ही उड़ाने की सलाह दी, जहां आतंकी थे। इस पर बेन येहूदा ने कहा कि उन्होंने हमारे लोगों को बंधक भी बना लिया है। इसलिए इमारत को उड़ाना सही नहीं रहेगा। इसके बाद करीब 4 घंटे तक ये 12 महिलाएं ही हमास से मुकाबला करती रहीं। इमारत से निकलने वाले हमास आतंकियों को ढेर करती रहीं। इस तरह देर तक चली जंग में कुल 100 आतंकियों को मार गिराया।