राजस्थान में भाजपा अब उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने की स्थिति में है। बुधवार को अमित शाह और जेपी नड्डा जयपुर पहुंचे तो शाम 7 बजे से देर रात तक 3 बजे तक मैराथन मीटिंग चलती रहीं। इस दौरान सभी 200 सीटों पर चर्चा हुई और उन्हें A, B, C और D कैटिगरी में बांटते हुए चुनावी रणनीति पर बात हुई।
दरअसल ABCD प्लान इस आधार पर बनाया गया है कि कौन सी सीट जीतने की संभावना कितनी है। A सीट उन्हें माना गया है, जो भाजपा का गढ़ हैं। B में उनको रखा गया है, जहां कांटे का मुकाबला रहता है। इसके अलावा C में वे सीटें हैं, जो जहां भाजपा बीते तीन चुनावों में एक ही बार जीती है। अंत में डी कैटिगरी की सीटें हैं, जहां पिछले तीन चुनावों से जीत नहीं मिल पाई।
यही नहीं पार्टी ने लगभग 40 सीटों पर उम्मीदवार भी तय कर लिए हैं। माना जा रहा है कि अगले एक से दो दिन में ही राजस्थान के लिए पहली लिस्ट आ सकती है। जेपी नड्डा और अमित शाह बुधवार शाम से गुरुवार तड़के तक मंथन करते रहे। भाजपा ने अब तक मध्य प्रदेश में दो लिस्ट जारी कर दी हैं और छत्तीसगढ़ की भी सूची आ गई है। ऐसे में राजस्थान पर अब पार्टी का फोकस है और मतभेदों को भी समाप्त करने पर जोर है। कल की लंबी मीटिंग इसीलिए थी। इस दौरान वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया, गजेंद्र सिंह शेखावत और राजेंद्र राठौड़ समेत प्रदेश के नेता भी मौजूद थे।
सूत्रों का कहना है कि मीटिंग में 200 सीटों पर बात हुई। उम्मीदवारों पर भी मंथन चला और करीब 40 पर सहमति बन चुकी है। इनके नाम ही घोषित करना बाकी है। वहीं अमित शाह और जेपी नड्डा की मौजूदगी में वसुंधरा राजे भी मीटिंग में रहीं। वह तीन बजे रात के बाद जब बैठक से निकलीं तो मुस्कुरा कर कहा कि सब बढ़िया है। उनके अंदाज से माना जा रहा है कि पार्टी ने उन्हें भी राजी कर लिया है। खबर है कि इस इलेक्शन में भाजपा ने बिना सीएम फेस के ही लड़ने का भी फैसला कर लिया है। हालांकि वसुंधरा राजे को पूरी तवज्जो दी जाएगी और शायद इसी के चलते वह अब खुश हैं।