संजीव कुमार शुक्ला
लखनऊ :प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्री श्री राधा रमण बिहारी मंदिर (इस्कॉन) सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर राधा रानी का अर्भिभाव दिवस आज धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान इस्कान मंदिर में महारानी राधा रानी का एक बड़ा उत्सव मनाया गया। राधा अष्टमी के दिन भक्त श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा-अर्चना करने के साथ ही व्रत भी रखते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण व राधा रानी की विधिवत पूजा करने से सुख-समृद्धि व खुशहाली का आगमन होता है और महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। मंदिर अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्याम प्रभु जी के दिशा निर्देशन में राधाष्टमी महोत्सव में संपन्न सर्वप्रथम मंगला आरती प्रातः 4:30 बजे उसके बाद तुलसी आरती प्रातः 5:15 बजे फिर गुरु पूजा प्रातः 7:30 बजे तथा वैष्णव भजन प्रातः 08:30 बजे ,श्रृंगार आरती प्रातः 9:00 बजे और अभिषेक प्रातः 10:30 बजे किया गया। प्रवचन प्रातः 11:00 बजे और आरती दोपहर 12:30 बजे संपंन्न हुई। आखिर मे प्रसादम (भण्डारा) दोपहर 02:00 बजे देर रात तक चलता रहा।
मन्दिर अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्याम प्रभु जी ने राधा रानी की कथा मे बताया की राधा रानी ने जन्म के बाद तब तक अपनी आँखों को नही खोला जब तक़ भगवान कृष्ण ने उनकी आँखों को स्पर्श नही किया, भगवान कृष्ण के स्पर्श के उपरान्त ही उनके द्वारा सर्वप्रथम उनके दर्शन के बाद ही संसार के दर्शन किये गये, यह भाव और प्रेम था राधा रानी का भगवान कृष्ण के प्रति, जिससे हमें इसी तरह की शरणागति की शिक्षा लेनी चाहिए और हम संसार में नही वरन भगवान कृष्ण के प्रति आसक्ति बढ़ा सकें। कथा के उपरान्त आईoजीoएफo (इस्कॉन गर्ल्स फोरम) की बहुत ही सुन्दर नाट्य एवं नृत्य प्रस्तुति हुई, जिसमे राधा रानी के जीवन प्रसंगों का सुन्दर वर्णन किया गया lराधाष्टमी महोत्सव में लखनऊ एवं आस-पास के गणमान्य भक्तों ने उत्साहपूर्वक नृत्य एवं कीर्तन करते हुए आनंद के सागर में डुबकियां लगाईं l हजारों की संख्या मे आये हुए भक्तों ने स्वादिष्ट प्रसादम (भंडारा) का आनंद उठाया और राधा जन्मोत्सव के साक्षी बनें।