कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूरी टीम लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली से मिलने उनके आवास पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रमेश बिधूड़ी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था।
इसको लेकर पूरा विपक्ष सत्ताधारी पार्टी के सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। बिधूड़ी ने ‘‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों’’ पर चर्चा में भाग लेते हुए अली के खिलाफ कुछ टिप्पणी की थीं। बिधूड़ी के आपत्तिजनक शब्दों को फिलहाल सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है।
क्या बोले राहुल और दानिश?
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ राहुल गांधी ने शुक्रवार शाम बसपा सांसद दानिश अली से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने काफी देर तक चर्चा की। दानिश अली से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा, ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान।’ इसको अलावा उन्होंने और कोई टिप्पणी नहीं की। वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा, ”वह मेरा मनोबल ऊंचा रखने और अपना समर्थन देने के लिए यहां आए हैं… उन्होंने कहा कि मैं अकेला नहीं हूं और जो भी लोग लोकतंत्र के साथ खड़े हैं, वे मेरे साथ खड़े हैं।”
सूत्रों ने कहा है कि विपक्षी दल लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर यह मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का आग्रह करेंगे। उन्होंने बताया कि विपक्षी दलों की तरफ एक पत्र ‘बहुत जल्द’ लोकसभा अध्यक्ष को भेजा जाएगा।
कांग्रेस ने की निलंबन की मांग
पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर दानिश अली के खिलाफ खुलेआम अपमानजनक और असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। इसके अलावा, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बिधूड़ी के लिए निलंबन की मांग की थी।
अपने बयान में, जयराम रमेश ने कड़ी निंदा व्यक्त करते हुए कहा, “रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली के बारे में जो कहा वह बेहद निंदनीय है। कोई भी आलोचना वास्तव में उनकी टिप्पणियों की गंभीरता को नहीं समझ सकती। हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने माफी की पेशकश की है, लेकिन यह मांग से कम है। ऐसी आपत्तिजनक भाषा का संसद के भीतर या बाहर कोई स्थान नहीं होना चाहिए। यह अपमान न केवल दानिश अली बल्कि एक समाज के रूप में हम सभी को निशाना बनाता है। नए संसदीय सत्र की शुरुआत में खलल डालने वाले बिधूड़ी के शब्द बीजेपी की मंशा को दर्शाते हैं। बिधूड़ी ने जो कहा वह पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व करता है। मेरी राय में, यह घटना निलंबन और कठोरतम दंड के योग्य है।”
‘राजनाथ सिंह ने माफी मांगी थी’
भाजपा नेताओं ने कहा कि लोकसभा में बिधूड़ी की टिप्पणी के तुरंत बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने माफी मांगी थी। भाजपा के एक सूत्र ने कहा, “उपनेता के रूप में उन्होंने सदन से माफी मांगी और कार्यवाही के सुचारू संचालन को सुनिश्चित किया।” उत्तर प्रदेश के अमरोहा से सांसद दानिश अली ने कहा, “भाजपा सांसद सदन में बोल रहे थे। भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी कुत्ते की तरह मरें। मैंने इसमें हस्तक्षेप किया और उनसे पूछा कि आप क्या कह रहे हैं? किसी ने भी माननीय प्रधान मंत्री के बारे में ऐसा नहीं कहा। इसके बाद उन्होंने मुझे ऐसे नामों से बुलाया जिनमें ‘आतंकवादी’ भी शामिल था। मैं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जी से पूछना चाहता हूं कि उनकी शाखाओं में क्या सिखाया जाता है? क्या वे प्रधानमंत्री मोदीजी की पाठशाला में यही सीखते हैं?”