मंगलवार को सदन के विशेष सत्र की कार्रवाई नए सदन में होगी। इसके लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। नई संसद में सांसदों के प्रवेश को खास बनाने की तैयारी है। सभी सांसद पुरानी संसद से नई बिल्डिंग तक पैदल जाएंगे।
सभी सांसद अपने हाथ में संविधान की प्रति लेकर चलेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसदों को लीड करेंगे। इसके बाद नए सदन में प्रधानमंत्री मोदी और राज्यसभा के सभापति का भाषण होगा। गौरतलब है कि नई बिल्डिंग में कार्रवाई की शुरुआत का समय भी तय हो चुका है। लोकसभा की बैठक मंगलवार दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर नए संसद भवन में होगी। वहीं, राज्यसभा की बैठक दोपहर सवा दो बजे नए संसद भवन में होगी। इस मौके पर मनमोहन सिंह, शिबू सोरेन जैसे वरिष्ठ सांसद, जो दोनों सदनों के सदस्य रहे हैं उनको केंद्रीय हॉल में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया है।
तय हो चुका है समय
संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को लोकसभा एवं राज्यसभा की कार्यवाही नये संसद भवन में संचालित होगी। आज इसकी घोषणा दोनों सदनों में की गयी।सोमवार को दोनों सदनों में ‘संविधान सभा से अब तक 75 वर्षों की संसदीय यात्रा-उपलब्धियां, अनुभव, स्मृतियां और सीख’ विषय पर चर्चा हुई। इस चर्चा के पूरा होने पर राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला ने घोषणा की कि अगली बैठक नये संसद भवन में होगी। बिरला ने सोमवार को सदन की कार्यवाही को स्थगित करते हुए घोषणा की कि सदन की अगली बैठक मंगलवार को अपराह्न एक बजकर 15 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही को स्थगित करते हुए घोषणा की कि सदन की अगली बैठक मंगलवार को अपराह्न सवा दो बजे शुरू होगी। संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलने का कार्यक्रम है।
नई संसद भवन में नई शुरुआत की उम्मीद
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि हम जब नए भवन में प्रवेश करने जा रहे हैं तब इस भवन की स्मृतियां हमारी स्मृति में सदैव अंकित रहेंगी। बिरला का कहना था कि इस 75 वर्ष की यात्रा में पूर्व नेताओं और सदस्यों ने जिस प्रकार इस सदन की गरिमा और प्रतिष्ठा को स्थापित किया, उसके कारण लोकतंत्र की प्रतिष्ठा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि हम नए भवन में हमारे संसदीय लोकतंत्र की यात्रा शुरू करेंगे। हम नए भवन में नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। मैं यह भी अपेक्षा करता हूं कि तख्तियां लाने और सदन को नियोजित ढंग से स्थगित करने की घटनाओं का त्याग होगा। आप श्रेष्ठ परंपराओं को स्थापित करेंगे, ऐसी मेरी अपेक्षा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोकसभा के सदस्य नए भवन में नई उर्जा के साथ बेहतर परिपाटियां स्थापित करेंगे।
ऐतिहासिक और अविस्मरणीय पल
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के पुराने भवन में कार्यवाही के अंतिम दिन सोमवार को कहा कि सदस्यों से अपेक्षा है कि नए भवन में तख्तियां लाने और नियोजित ढंग से सदन स्थगित कराने का सिलसिला थम जाएगा। उन्होंने लोकसभा में ‘संविधान सभा से शुरू हुई 75 वर्षों की संसदीय यात्रा-उपलब्धियां, अनुभव, यादें और सीख’ विषय पर चर्चा संपन्न होने के बाद कहा कि आज लोकसभा के इस गरिमापूर्ण और ऐतिहासिक कक्ष में सदन की बैठक के अंतिम दिन अत्यंत सारगर्भित और सकारात्मक चर्चा हुई। प्रधानमंत्री जी और सभी दलों के नेताओं और सदस्यों ने अपने अनुभवों और विचारों को साझा किया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि लोकसभा की आगे की कार्यवाही संसद के नए भवन से संचालित होगी जो सबके लिए ऐतिहासिक और अविस्मरणीय पल है।