प्रत्येक महीने शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि प्रदोष व्रत रखा जाता है। 30 जुलाई को सावन माह का दूसरा प्रदोष व्रत मनाया जाएगा। बता दें कि यह अधिक मास पहला प्रदोष व्रत है। इस के चलते भगवान महादेव की पूजा करना बेहद ही लाभदायी होगा।
रवि योग और सवार्थ अमृत योग का निर्माण भी हो रहा है। मन्यताएं हैं कि प्रदोष व्रत रखने वाले व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है। साथ ही महादेव एवं माता पार्वती की विशेष कृपा बरसती है। इस दिन कुछ उपायों को करना बेहद शुभ माना जाता है। रवि प्रदोष व्रत के दिन पूजा के चलते शिवलिंग पर 108 बेलपत्र चढ़ाएं। ऐसा करने जीवन में सफलता प्राप्त होती है। वही इस दिन राशिनुसार मंत्रों का जाप करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है…
राशिनुसार मंत्र:-
मेष- ॐ शितिकण्ठ नम:।
वृषभ- ॐ शाश्वत नम:।
मिथुन- ॐ कवची नम:।
कर्क- ॐ ललाटक्ष नम:।
सिंह- ॐ अपवर्गप्रद नम:।
कन्या- ॐ पिनाकी नम:।
तुला- ॐ पुराराती नम:।
वृश्चिक- ॐ अनिश्वर नम:।
धनु- ॐ परशुराम नम:।
मकर- ॐ तारक नम:।
कुंभ- ॐ त्रिलोकेश नम:।
मीन- ॐ गिरिप्रिय नम:।