धार्मिक शास्त्रों की मानें तो साल में कुल 24 एकादशी का व्रत किया जाता हैं जिसमें सभी का महत्व अलग अलग होता हैं लेकिन आषाढ़ माह में पड़ने वाली देवशयनी एकादशी बेहद ही खास मानी जाती हैं।
जो कि इस बार 29 जून से को पड़ रही हैं।
पंचांग के अनुसार हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी का व्रत किया जाता हैं जिसे देवशयनी या हरिशयनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता हैं इस दिन व्रत पूजन करने से विष्णु कृपा साधक को मिलती हैं और हर मनोकामना भी पूर्ण हो जाती हैं।
देवशयनी एकादशी के दिन दान पुण्य के कार्य करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैं लेकिन इस दौरान कुछ ऐसे भी कार्य हैं जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए वरना साधक को जीवनभर इसके अशुभ परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा देवशयनी एकादशी के दिन किन कार्यों को नहीं करना चाहिए इसके बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
एकादशी पर ना करें ये गलतियां-
शास्त्र अनुसार एकादशी तिथि पर पूर्ण रूप से जातक को सात्विक आचार विचार रखना चाहिए इस दिन भूलकर भी तामसिक चीजों को ग्रहण नहीं करना चाहिए साथ ही देवशयनी एकादशी पर किसी प्रकार का नाश करने से भी बचना चाहिए। अगर आप एकादशी का व्रत नहीं भी कर रहे हैं तो ऐसे में भूलकर भी चावल का सेवन न करें। क्योंकि एकादशी पर चावल का सेवन वर्जित माना गया हैं। देवशयनी एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए भगवान के मंत्रों का जाप करना चाहिए। देवशयनी एकादशी के दिन भूलकर भी मन में किसी के प्रति बुरे विचार नहीं लाने चाहिए। ना ही किसी की बुराई करनी चाहिए। ऐसा करने से पाप लगता हैं।