हिंदू धर्म में शिवलिंग पूजा का विशेष महत्व है। इसके साथ ही सावन में शिवलिंग की पूजा भी विशेष हो जाती है। ऐसा माना जाता है कि अगर सावन के महीने में हर दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाए तो भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं और भक्त पर अपनी असीम कृपा बरसाते हैं।
इसके साथ ही लोक मान्यताओं में शिवलिंग पर चढ़ाए गए जल को पीने की बात भी कही गई है। लोगों का मानना है कि शिवलिंग पर चढ़ाया गया जल पीना शुभ होता है। उन्होंने हमें शिवलिंग पर जल चढ़ाने का शास्त्रीय आधार समझाते हुए इससे जुड़े कई रोचक तथ्य हमारे साथ साझा किए।
अभिषेक का महत्व शिव पुराण में लिखा है
शिव पुराण में शिवलिंग पर जल चढ़ाने के नियम बताए गए हैं।
प्रतिदिन शिवलिंग पर तांबे के लोटे में जल भरकर चढ़ाना चाहिए।
इसके अलावा, दूध (दूध का इलाज), घी आदि जैसी अन्य चीजें देने का भी उल्लेख किया गया है।
अलग-अलग वस्तुओं का अभिषेक करने से अलग-अलग फल मिलते हैं।
शिव की कृपा पाने का सबसे आसान तरीका है शिवलिंग का जलाभिषेक।
शिवलिंग पर जल से संबंधित वस्तुएं अर्पित करें
शिव पुराण में शिव लिंग पर चढ़ाए जाने वाले जल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं।
शिवपुराण के विद्येश्वर संहिता के 22वें अध्याय के 18 श्लोक इस बात का प्रमाण हैं।
इन श्लोकों में कहा गया है कि शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ जल पीना चाहिए।
-शिवलिंग पर चढ़ाए गए जल को थोड़ा-थोड़ा हाथ में भरकर 3 बार पीना शुभ होता है।
ऐसा करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है और नकारात्मकता (नकारात्मकता दूर करने का उपाय) दूर हो जाती है।
शिवलिंग पर चढ़ाए गए जल को पीने से मन शांत होता है और तनाव से राहत मिलती है।