साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने यूपी सरकार द्वारा इस साल की कांवड़ यात्रा को रद्द किए जाने के फैसले का स्वागत किया है. साथ ही शिव भक्तों से इस साल सावन महीने में घरों पर ही पूजा-अर्चना करने या फिर नजदीक के ही किसी शिवाले में जलाभिषेक करने की अपील की है. अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष और श्री निर्मल पंचायती अखाड़े के सचिव महंत देवेंद्र शास्त्री ने कहा है कि सरकार और कांवड़ संघों का ये फैसला बेहद सही है क्योंकि इससे तमाम लोगों की जिंदगी और सेहत को खतरे में डालने से बचा जा सकता है.
जान है तभी जहान है
देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक इस फैसले से निश्चित तौर पर लाखों शिव भक्तों की आस्था प्रभावित होगी, लेकिन मौजूदा समय के हालात को देखते हुए यह कहा जा सकता है की जान है तभी जहान है. जीवन बचा रहेगा तो कांवड़ यात्रा में शामिल होने के मौके कई बार मिलेंगे. उन्होंने शिव भक्तों से अपील की है कि वो सावन महीने में बेहद सतर्कता के साथ ही शिवालयों में जाएं और भीड़ लगाने से बचें. देवेंद्र शास्त्री का कहना है के शिव मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड प्रोटोकॉल के दूसरे नियमों का पालन हर हाल में होना चाहिए.
लोग अपनी जिम्मेदारी निभाएं
अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष महंत देवेंद्र शास्त्री का कहना है कि सरकार ने बेहद समझदारी का परिचय दिया है और अब लोगों की बारी है कि वो अपनी जिम्मेदारी निभाएं. गौरतलब है कि, सुप्रीम कोर्ट की सलाह पर यूपी सरकार ने पुनर्विचार करते हुए इस साल की कांवड़ यात्रा को भी कोरोना की महामारी के चलते रद्द कर दिया है. कांवड़ यात्रा का आयोजन पिछले साल भी नहीं हो सका था.