अयोध्या: श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 22 जनवरी 2024 को रामलला की गर्भ ग्रह में प्राण प्रतिष्ठा करने की घोषणा की है।
यह जानकारी उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने ट्वीट के जरिए दी है।
इस ट्वीट में कहा गया है कि अगले साल 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी जिसके बारे में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने अयोध्या में सराफा व्यापारियों के अधिवेशन में इस तिथि की जानकारी साझा की है।
गौरतलब है कि मंदिर में रामलला की पुरानी और नई दोनों प्रतिमाओं को स्थापित करने की योजना बनाई गई है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य लगभग 60 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है और निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।
जानकारी के अनुसार, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रह सकते हैं।
राम मंदिर के गर्भ गृह की संरचना इस प्रकार की गई है कि रामलला की मूर्ति पर रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें सीधे पड़ेगी। उस दिन रामलला पर सूर्य की किरणें कुछ समय के लिए सीधे पड़ेगी जिसे सूर्य तिलक कहा गया है।
भगवान राम और माता सीता की मूर्तियों की रचना के लिए शालिग्राम पत्थरों का उपयोग किया गया है। मूर्तियों को बनाने वाले इन पत्थरों को नेपाल से भारत लाया गया है। ये पत्थर करीब 60 हजार वर्ष पुराने हैं और नेपाल की काली गंडकी नदी में खोजे गए है।
जानकारी के अनुसार, रामलला के गर्भ गृह का काम तेजी से चल रहा है और गर्भ गृह का काम लगभग पूरा होने वाला है। गर्भ गृह के खंभों को बनाया जा चुका है और छत का काम शुरू है। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, गर्भ गृह को पूरी तरह बनने में सितंबर तक का समय लगेगा।