उत्तरकाशी जनपद के गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है. 22 अप्रैल को पूरे विधि-विधान के साथ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए.
गंगोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12:35 बजे और यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:41 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले गए. मंदिर समिति और मंदिर के मुख्य पुजारी व स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में यहां यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए.
पहले दिन दूर-दूर से यमुनोत्री धाम आए श्रद्धालुओं को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. मार्ग संकरा और अधिक भीड़ होने के चलते पहले दिन श्रद्धालुओं को आवाजाही में काफी परेशानी हुई. श्रद्धालु काफी देर तक छोटे-छोटे रास्तों में फंसे रहे. यहां पहले ही दिन 10 हजार से अधिक श्रद्धालु यमुनोत्री धाम पहुंचे और उम्मीद है कि बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे.
वहीं, मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारी का कहना है कि सभी यात्रियों को आसानी से दर्शन हो सके, इसे लेकर पूरी तैयारियां की गई हैं. उन्होंने यहां पहुंचे वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण करने की कामना की है.
इस दिन खुलेंगे केदारनाथ-बद्रीनाथ के कपाट
गंगोत्री और यमुनोत्री के बाद अब 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे. केदारनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी के मद्देनजर श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है. श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि वे मौसम के मद्देनजर संभलकर यात्रा प्रारंभ करें.
बारिश और ठंड से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े रखकर चलें. यात्रा को सुगम बनाने के लिए रास्ते में स्वास्थ्य संबंधी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालु यात्रा के दौरान स्वास्थ्य बिगड़ने पर तत्काल नजदीकी हेल्थ सेंटर से संपर्क कर सकते हैं.