हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस मंद तेज पर व्रत और लक्ष्मी पूजन करने से धन की देवी प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर कृपा बरसाती हैं।
वे भक्तों के घर को धन-धान्य से भर देते हैं। शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को गुलाबी रंग के आसन पर स्थापित करें। साथ ही उन्हें इत्र और सुगंध अर्पित करें। इसके बाद मां लक्ष्मी के सामने शुद्ध देसी घी का दीपक जलाएं और महालक्ष्मी स्तुति का पाठ करें। इससे मां लक्ष्मी जरूर प्रसन्न होती हैं और आपका घर सुख-समृद्धि से भर जाता है।
महालक्ष्मी स्तुति
आदि लक्ष्मी नमस्तेस्तु परब्रह्म स्वरूपिणी।
संतान लक्ष्मी नमस्तेस्तु पुत्र-पौत्र प्रदायिनी।
विद्या लक्ष्मी नमस्तेस्तु ब्रह्म विद्यास्वरूपिणी।
धन लक्ष्मी नमस्तेस्तु सर्व दरिद्र्य नाशिनी।
प्रिय लक्ष्मी, सभी को नमस्कार।
मेधा लक्ष्मी नमस्तेस्तु काली कलमश नाशिनी।
गज लक्ष्मी नमस्ते स्टु सर्वदेव स्वरूपिणी।
धीर लक्ष्मी नमस्ते पराशक्ति स्वरूपिणी। विरिय देहि बलन देही सर्व कामांश देही मई
जय लक्ष्मी नमस्तेस्तु सर्व कार्य जय प्रदे।
भाग्य लक्ष्मी नमस्तेस्तु सौमगल्य विवर्धिनी।
कीर्ति लक्ष्मी नमस्तेस्तु विष्णुवक्ष स्थानास्ति।
आरोग्य लक्ष्मी नमस्तेस्तु सर्व रोग निवारण।
सिद्ध लक्ष्मी नमस्तेस्तु सर्व सिद्धि प्रदायिनी।
सौन्दर्य लक्ष्मी नमस्तेस्तु सर्वलंकार शोभिते।
साम्राज्य लक्ष्मी नमस्तेस्तु भुक्ति मुक्ति प्रदायिनी।
मंगले मंगलाधारे मंगलये मंगलप्रदे।