वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन व्रत रखा जाता है और विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि जो व्यक्ति वरुथिनी एकादशी का व्रत रखता है और विधि-विधान से पूजा करता है उसे बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है। वरुथिनी एकादशी को कल्याणकारी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि एकादशी का व्रत नियम पूर्वक करने से सभी पापों का नाश होता है। मोक्ष की प्राप्ति होती है, भय दूर होता है और जीवन में सुखों का आगमन होता है। शास्त्रों में भी एकादशी व्रत को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसे में आइए जानते हैं वरुथिनी एकादशी की तिथि, शुभ मुहूर्त और इसके महत्व के बारे में…
वरुथिनी एकादशी तिथि 2023
पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 15 अप्रैल को रात 08 बजकर 45 मिनट से रही है। इस तिथि का समापन अगले दिन 16 अप्रैल दिन रविवार को शाम 06 बजकर 14 मिनट पर होगा। वहीं उदयातिथि के अनुसार वरूथिनी एकादशी का व्रत 16 अप्रैल दिन रविवार को रखा जाएगा।
वरूथिनी एकादशी पारण समय 2023
वरूथिनी एकादशी व्रत के पारण का समय 17 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 54 मिनट से सुबह 08 बजकर 29 मिनट तक है।