यह वैदिक शास्त्रों के अनुसार कहा गया है। प्रत्येक ग्रह और नक्षत्र एक निश्चित अवधि के लिए एक राशि में रहते हैं और फिर अपनी राशि बदलते हैं। कर्म के दाता और न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव भी 17 जनवरी को अपनी प्रिय राशि में आ गए हैं।
आपको बता दें कि शनिदेव मूलत्रिकोण राशि कुम्भ राशि में प्रवेश करने के बाद 2025 की शुरुआत तक इसी राशि में रहेंगे। जिसका असर सभी राशियों पर देखने को मिलेगा, लेकिन कुछ खास राशियों पर इसका खास असर देखने को मिलेगा। तो आइए जानते हैं कौन सी हैं वो भाग्यशाली राशियां।
ये भाग्यशाली होंगे
वृष राशि – वृष राशि वालों के लिए शनि का गोचर शुभ साबित होने वाला है। क्योंकि आपकी कुंडली के 10वें भाव में शनि मार्गी हो रहा है। इसके अलावा उन्होंने शश राज योग भी बनाया है। इस दौरान आपको अपने काम में सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा जातकों को करियर में नए मौके मिलेंगे। व्यापारी वर्ग के लोगों को काफी फायदा होगा।
मिथुन – मिथुन राशि के नवम भाव में शनि ने राशि परिवर्तन किया है। साथ ही आपकी कुंडली में शश महापुरुष राज योग भी बन रहा है। इस बीच आपको काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है। जो अविवाहित हैं उनके लिए विवाह का प्रस्ताव आ सकता है। यह राजयोग आपके लिए ढाई साल तक बहुत ही फायदेमंद साबित होगा।
कुंभ राशि – शनिदेव का यह राशि परिवर्तन कुंभ राशि में हुआ है। आपके लिए भी आपको ढाई वर्ष के लिए राजा का जीवन दिया जाएगा, इस दौरान आपके व्यक्तित्व में निखार आ सकता है। इससे संतान की ओर से शुभ समाचार मिल सकता है। शादीशुदा जातकों के लिए यह समय बहुत ही खास रहने वाला है।