धार्मिक तौर पर एकादशी व्रत को बेहद ही खास माना जाता है। जो कि भगवान विष्णु की प्रिय तिथियों में से एक है। ये व्रत भगवान विष्णु की पूजा आराधना के लिए उत्तम माना गया है।
भक्त इस दिन भगवान की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि रखते है।
अभी चैत्र का पावन महीना चल रहा है और इस महीने पड़ने वाली एकादशी को कामदा एकादशी के नाम से जाना जाता है जो कि इस बार 1 अप्रैल दिन शनिवार यानी की कल मनाई जाएगी। मान्यता है कि एकादशी का व्रत पूजन दुख और दरिद्रता का नाश करता है और भक्तों की सभी कामनाओं को पूर्ण कर देता है। ऐसे में अगर आप भी एकादशी व्रत पूजन करना चाहती है तो आज हम आपके लिए लेकर आए है संपूर्ण पूजा विधि।
एकादशी पूजन विधि-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कामदा एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें और साफ वस्त्र धारण करें इसके बाद पूजन स्थल की अच्छी तरह से साफ सफाई कर गंगाजल का छिड़काव करें। पूजन स्थल पर भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें। भगवान विष्णु के संग माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें उन्हें चंदन, पुष्प, फल और धूप दिखाएं। भगवान की विधिवत पूजा करें श्री हरि विष्णु को तुलसी पत्र डालकर भोग लगाएं इसके बाद व्रत कथा का संपूर्ण पाठ करें पूजन के अंत में भगवान की आरती पढ़ें और अपनी प्रार्थना प्रभु से कहें।
इसके बाद सभी में प्रसाद का वितरण करें। इस दिन गरीबों व जरूरतमंदों को अन्न, धन व वस्त्रों का दान करना भी उत्तम माना जाता है। एकादशी पर आप विष्णु चालीसा और विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का भी पाठ कर सकते है। मान्यता है कि ऐसा करने से श्री हरि शीघ्र प्रसन्न होकर कृपा करते है।