हिंदू धर्म में 18 महापुराणों का उल्लेख मिलता है। इन्हीं में से एक है गरुड़ महापुराण। इसमें किसी के सफल और सुखी जीवन के गहरे रहस्य समाहित हैं।
कहा जाता है कि इसका पाठ करने से कई ज्ञान की बातें पता चलती हैं। गरुड़ पुराण में जन्म से लेकर मृत्यु तक सबका वर्णन बताया गया है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गरुड़ पुराण में लोगों को सादगी से जीवन जीने की बात कही गई है। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि लोग इसका पाठ करने से झिझकते हैं। कहा जाता है कि घर में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद 13 दिनों तक गरुड़ पुराण का पाठ किया जाता है। लेकिन यह आमतौर पर वैसे भी घर पर किया जा सकता है।
गरुड़ पुराण में कुछ मंत्रों का उल्लेख मिलता है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गरुड़ पुराण में कुछ ऐसे मंत्रों का उल्लेख है, जिनका नियमित और नियमित जाप करने से रोग, दीर्घायु और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में।
दरिद्रता दूर करने का मंत्र
अगर आप धन संबंधी समस्याओं से गुजर रहे हैं और उनसे निजात पाना चाहते हैं तो गरुड़ पुराण में इससे जुड़े एक शास्त्र का जिक्र है। कहा जाता है कि इसका जाप करने से व्यक्ति को जल्द ही आर्थिक तंगी से मुक्ति मिल जाती है और व्यक्ति का जीवन धन-धान्य से भर जाता है।
मंत्र :- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ‘ॐ जूं सः’ मंत्र का जाप करने से शीघ्र लाभ मिलता है। इसके साथ ही श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने की भी सलाह दी जाती है यदि ऐसा लगातार 6 महीने तक किया जाए तो धन संबंधी समस्याओं से शीघ्र ही मुक्ति मिल जाती है।
लंबे जीवन और स्वस्थ शरीर के लिए
भगवान विष्णु द्वारा कहे गए संजीवनी मंत्र का उल्लेख गरुड़ पुराण में भी मिलता है। कहा जाता है कि इस मंत्र के जाप से निरोगी काया की प्राप्ति होती है। व्यक्ति की आयु बढ़ती है। कहा जाता है कि इस मंत्र का प्रयोग सिद्ध व्यक्ति के पास ही करना चाहिए।
मंत्र- ‘यक्षी ॐ ॐ स्वाहा’ इस मंत्र का जाप पूरे विधि-विधान से करना चाहिए। कहा जाता है कि बिना नियम जाने अगर कोई जाप करता है तो उसका फल नहीं मिलता है।