अमेरिका और चीन के बीच का तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को वॉशिंगटन में चीनी दूतावास के सामने एक रैली के दौरान अमेरिकी सांसद माइक गैलघर जमकर बरसे। उन्होंने चीनी सरकार को खून का प्यासा और ताकत के लिए भूखा बताया।
माइक गैलघर स्पेशल हाउस कमेटी के रिपब्लिकन चेयरमैन हैं। यह रैली तिब्बती नेशनल अपराइजिंग डे के मौके पर आयोजित हुई थी। इस दौरान तिब्बती समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए गैलघर ने कहा कि आजादी और संस्कृति के लिए लड़ाई में आप लोगों ने जो साहस दिखाया है, उसकी पहचान होनी चाहिए। गैलघर ने यह भी कहा कि कोई भी ताइवान या किसी अन्य मुद्दे पर चीन के साथ युद्ध नहीं चाहता है।
तिब्बत के मामले पर भी बोला
गैलघर ने तिब्बती लोगों को चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी द्वारा कल्चरल जीनोसाइड का शिकार बताया। उन्होंने कहा कि वह लोग जरा सा भी नहीं बदले हैं। सीसीपी आज भी एक खतरा है। ताकत के लिए उतनी ही भूखी है और खून के लिए उतनी ही प्यासी। गौरतलब है कि पश्चिमी चीन में तिब्बत एक स्वायत्तशासी क्षेत्र है। यहां के अधिकारी बौद्ध श्रद्धालुओं पर जुल्म करते हैं। उनके ऊपर यह जुल्म दलाई लामा का अनुयायी होने के शक में किया जाता है। चीन सदियों से दावा करता रहा है कि तिब्बत उसके क्षेत्र का हिस्सा है। साथ ही वह यह भी कहता है कि उसने इस क्षेत्र में रहने की स्थिति में सुधार किया है और यहां पर गरीबी को दूर किया है।
चीन लगाता है यह आरोप
चीन अमेरिका और अन्य देशों के ऊपर आरोप लगाता है कि यह देश यहां पर मानवाधिकारों के हनन का दुष्प्रचार करते हैं। वहीं, तिब्बतियों का दावा है कि वह लोग यहां पर चीनी सेना द्वारा 1950 में हुई लड़ाई से पहले ही आजाद हैं। चीन ने यहां पर पुलिस स्टेशनों और डिटेंशन सेंटर्स बनाए हैं, जहां बौद्ध श्रद्धालुओं को बंदी बनाकर रखा जाता है। यह कुछ ऐसा ही है, जैसे उसने शिनजियांग प्रांत में उसने उइगरों के साथ किया है। गैलघर ने कहा कि नई कमेटी की प्राथमिकता ह्यूमन राइट्स की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि चीन हमारी संप्रुभता पर हमला कर रहा है।
जासूसी गुब्बारे का भी जिक्र
गैलघर ने कहा कि बात चाहे चीनी जासूसी गुब्बारे की हो या फिर, सीसीपी द्वारा नियंत्रित उस एल्गोरिद्म की जिसे अमेरिकी टीनेजर इस्तेमाल करते हैं। गैलघर ने आगे चीन द्वारा हर साल 70 हजार अमेरिकियों को मार डालने की भी बात कही। अमेरिकी सांसदों द्वारा चीन की इस कठोर आलोचना ने दोनों देशों के संबंध खराब होने की आशंका बढ़ गई है। इस हफ्ते की शुरुआत में चीन के विदेश मंत्री क्विन गैंग पहले ही अमेरिका को चेतावनी जारी कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अगर अमेरिका ने चीन के मामलों में दखल देना बंद नहीं किया तो दोनों देशों के संबंध गलत रास्ते पर जा सकते हैं।