बीते दिनों सरकार ने कई स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की। अब रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी से बैंकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जमा राशि जुटाने में दिक्कत आएगी और ऐसे में बैंकों को दर बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
आपको बता दें कि जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के लिए सरकार ने 12 स्मॉल सेविंग स्कीम्स में से आठ पर ब्याज दरों में वृद्धि की है।
कितनी बढ़ गई ब्याज दर: केंद्र सरकार ने स्मॉल सेविंग्स पर ब्याज दरों में 1.10% तक की बढ़ोतरी की है। हालांकि, सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और सुकन्या समृद्धि योजना पर रिटर्न अप्रैल 2020 से क्रमश: 7.1% और 7.6% पर स्थिर है। वहीं, बढ़ोतरी के बाद राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर एक जनवरी से सात फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में मौजूदा 7.6 प्रतिशत के मुकाबले आठ प्रतिशत ब्याज मिलेगा। एक से पांच साल की अवधि की डाकघर सावधि जमा योजना पर ब्याज दरें 1.1 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगी।
नई दरों के अनुसार डाकघर में एक साल की सावधि जमा पर 6.6 प्रतिशत, दो साल के लिए 6.8 प्रतिशत, तीन के लिए 6.9 प्रतिशत और पांच साल के लिए सात प्रतिशत ब्याज मिलेगा। इसके अलावा मासिक आय योजना में भी 6.7 प्रतिशत की जगह अब 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। बता दें कि स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर तिमाही आधार पर ब्याज दरें बढ़ाई जाती हैं।