नई दिल्लीः कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कमजोर होने के साथ ही रेलगाड़ियां भी अब धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही हैं। कोविड-19 के नए मामलों के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने जून में 660 और रेलगाड़ियों के परिचालन को मंजूरी दी है ताकि प्रवासी कामगारों की आवाजाही में सुविधा हो और विभिन्न स्टेशनों से चलने वाली ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची कम हो। रेलवे ने यह जानकारी एक बयान में दी। कोरोना वायरस महामारी से पहले रेलवे औसतन 1,768 मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों का परिचालन रोजाना करता था।
रेलवे ने बताया कि शुक्रवार तक रोजाना करीब 983 मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों का परिचालन हो रहा है जो कोविड-19 महामारी से पहले चल रही रेलगाड़ियों के मुकाबले 56 प्रतिशत है। मांग और वाणिज्यिक जरूरत के आधार पर रेलगाड़ियों की संख्या में तेजी से बढ़तोरी की जा रही है। बयान के मुताबिक एक जून को करीब 800 मेल एवं एक्सप्रेस रेलगाड़ियों का परिचालन हो रहा था।
रेलवे ने बताया, ” एक जून से 18 जून के बीच जोनल रेलवे द्वारा 660 अतिरिक्त मेल/,एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के परिचालन की मंजूरी दी गई। इनमें से 552 मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियां हैं जबकि 108 हॉलीडे स्पेशल ट्रेन हैं।” रेलवे ने बताया कि जोनल रेलवे को स्थानीय परिस्थितियों, टिकट की उपलब्धता और क्षेत्र में कोविड-19 की स्थिति का आकलन करते हुए चरणबद्ध तरीके से रेलगाड़ियों का परिचालन बहाल करने को कहा गया है।