कर्नाटक के कोडगू जिले में मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति को पीट-पीटकर जान से मारने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि उसने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर दिया था, जिसके चलते पुलिसकर्मियों ने उसे बेरहमी से धुन डाला। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
9 जून को हुई दर्दनाक घटना
कर्नाटक दक्षिणी रेंज के आईजीपी प्रवीण मधुकर पवार ने बताया कि यह घटना 9 जून को विराजपेट टाउन पुलिस थाने के बाद रॉय डिसूजा के साथ हुई। इस मामले में पीड़ित के भाई ने शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में पुलिस उसके भाई को पकड़कर ले गए और दुर्व्यवहार किया। आरोप है कि इसके बाद उसे बुरी तरह पीटा गया। जब वह अधमरा हो गया तो डिसूजा को उसकी मां के हवाले कर दिया गया। परिजनों ने पीड़ित को निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां 12 जून को उसने अंतिम सांस ली।
जांच के बाद आठ पुलिसकर्मी निलंबित
आईजीपी पवार ने बताया कि इस मामले में विराजपेट के डिप्टी एसपी ने मामले में संलिप्त पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। वहीं, शुरुआती जांच के बाद आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का फैसला किया गया, जिससे इस घटना की निष्पक्ष जांच हो सके।
इन पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई
बता दें कि निलंबित पुलिसकर्मियों की पहचान हेड कांस्टेबल एमयू सुनील, कांस्टेबल एनएस लोकेश, एचजेतनुकुमार, एमएच सतीश, सुनील एमएल, रमेश ए, केजी नेहरू और बीटी प्रदीप के रूप में हुई। ये सभी विराजपेट में तैनात थे। हालांकि, पुलिसकर्मियों का दावा है कि डिसूजा ने उनके साथ अभद्रता और मारपीट की थी। फिलहाल, इस मामले की जांच कर्नाटक सीआईडी को ट्रांसफर कर दी गई है।