क साल पहले भारत के खिलाफ एक पारी में 10 विकेट लेकर न्यूजीलैंड के स्पिनर एजाज पटेल ने इतिहास रच दिया था. वह ऐसा करने वाले विश्व के सिर्फ तीसरे गेंदबाज बने थे. फिर भी न्यूजीलैंड के अगले ही टेस्ट मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया.
जाहिर तौर पर रोज-रोज 10 विकेट नहीं लिए जाते और ऐसा करने वालों को बाहर भी नहीं किया जाता. कुछ ऐसा ही शतक जमाने वालों के साथ भी है. कोई बल्लेबाज अगर टेस्ट में शतक जमाए, तो उसे अगले मैच से बाहर किया जाए, ऐसा कम ही होता है. टीम इंडिया में फिलहाल ऐसा होता दिख रहा है और इसके शिकार बनते दिख रहे हैं शुभमन गिल.
बांग्लादेश के खिलाफ चट्टोग्राम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया के युवा ओपनर शुभमन गिल ने अपने करियर का पहला शतक जमा दिया. दो साल पहले ऑस्ट्रेलिया में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले गिल ने आखिरकार पिछली नाकामियों को भुलाते हुए सौ का आंकड़ा पार करने में सफलता हासिल की.
शतक जमाकर भी जाएंगे बाहर
अब ऐसा बेहतरीन शतक जमाकर कोई भी यही सोचेगा कि गिल का अगले टेस्ट में खेलना पक्का है और उन्हें ही टीम इंडिया का ओपनर होना चाहिए, लेकिन स्थिति उनके खिलाफ बनती जा रही है. मीरपुर में 22 दिसंबर से दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना है और उसमें गिल प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनेंगें, इसकी संभावना कम ही दिख रही है. कारण हैं- कप्तान रोहित शर्मा.
असल में चोट के कारण रोहित शर्मा पहले टेस्ट मैच से बाहर हो गए थे, जिसके कारण गिल को केएल राहुल के साथ ओपनिंग का मौका मिला. पहली पारी में नाकाम होने के बाद गिल ने दूसरी पारी में 110 रन ठोक दिए.
वापसी को तैयार रोहित
इस बीच, गिल जिस वक्त चट्टोग्राम में बांग्लादेशी गेंदबाजों पर रन बरसा रहे थे, उसी वक्त खबर आई कि कप्तान रोहित शर्मा पूरी तरह से फिट हो चुके हैं और उन्होंने बांग्लादेश में टीम मैनेजमेंट को बता दिया है कि वह दूसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध रहेंगे. रोहित की इस वापसी से निश्चित रूप से भारतीय टीम के सामने सबसे बड़ा सिरदर्द पैदा होगा कि आखिरी उनकी जगह किसे टीम से बाहर करें.
अगर रोहित दूसरे टेस्ट में खेलते हैं, तो वह स्वाभाविक रूप से अपनी ओपनिंग की पोजिशन पर वापस आएंगे. उनके साथ उप-कप्तान केएल राहुल ही रहेंगे, भले ही उनके लिए मौजूदा टेस्ट बैटिंग के लिहाज से अच्छा नहीं रहा है. उन्होंने 20 और 23 के स्कोर बनाए हैं. ऐसे में गिल ओपनिंग के लिए नहीं उतर पाएंगे. वहीं तीसरे नंबर पर चेतेश्वर पुजारा इस मैच में शतक समेत 192 रन बना चुके हैं, जबकि श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत ने भी पहली पारी में दमदार बैटिंग की थी.
क्या कोहली करेंगे जगह खाली?
पहले टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में सिर्फ विराट कोहली मैच में कोई खास योगदान नहीं दे सके. पहली पारी में वह सिर्फ 1 रन बना सके थे, जो पूरी टीम में सबसे खराब स्कोर था. दूसरी पारी में वह हालांकि, 19 रन पर नाबाद रहे. ऐसे में प्रदर्शन के आधार पर सिर्फ कोहली एक विकल्प नजर आते हैं. अब सवाल ये है कि क्या टीम इंडिया इतना बड़ा फैसला लेगी? देखा जाए तो ये लगभग नामुमकिन है. ऐसे में गिल को अपनी बदकिस्मती को ही दोष देना पड़ेगा कि शतक जमाने के बावजूद उनका अगले टेस्ट में खेलना पक्का नहीं है.