कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने बाद मध्यप्रदेश सरकार का पूरा ध्यान रोजगार और अर्थव्यवस्था को गति देने पर है। इसके लिए कई कदम उठाए जाएंगे। प्रदेश में प्रतिमाह एक लाख युवाओं को रोजगार देने की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसमें सरकारी नौकरियों के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर दिलाने की कोशिश होगी।
एक से तीन जुलाई तक टीकाकरण को लेकर चलेगा महाअभियान
अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए वैकल्पिक आय के स्रोत चिह्नित किए जाएंगे। इसके लिए मंत्री समूह का गठन किया जाएगा। एक से तीन जुलाई तक टीकाकरण महाअभियान चलाया जाएगा।
सीहोर के पास रिजार्ट में मुख्यमंत्री ने छह घंटे किया मंत्रियों के साथ मंथन बनाई रणनीति
यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ सीहोर के करीब रिजार्ट में अनौपचारिक बैठक में कही। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर करीब छह घंटे मंथन किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा नौकरियों के लिए सभी क्षेत्रों में संभावनाएं तलाशी जाएं।
युवाओं को रोजगार
ऐसे पाठ्यक्रम तैयार करें, जो युवाओं को रोजगार दिला सकें। पशुपालन, डेयरी विकास, लोहारी, उद्यानिकी के साथ लघु एवं कुटीर उद्योगों से संबंधित प्रशिक्षण दिए जाएं। कोरोना संकट के कारण प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हुई है। दो माह में राजस्व काफी कम आया है, लेकिन गतिविधियों को बंद नहीं किया जा सकता है। जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करते रहना है। इसके लिए अतिरिक्त वित्तीय संसाधन जुटाने होंगे।
आर्थिक प्रगति के लिए सरकार का रोडमैप
कोरोना : तीसरी लहर से निपटने के उपाय
तीन-चार माह में तीसरी लहर की आशंका है। इसमें बच्चों के अधिक प्रभावित होने का डर है। इसके लिए बाल रोग विशेषज्ञों की उपलब्धता ब़़ढाने, पैरामेडिकल स्टाफ को तैयार करने के साथ टीकाकरण की व्यवस्था की जा रही है। टीकाकरण महाअभियान एक से तीन जुलाई तक चलेगा। टीका लगवाने के लिए मुख्यमंत्री, मंत्री, जिला आपदा प्रबंधन समूह के सदस्य स़़डक पर उतरकर अपील करेंगे। नए उप, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खेाले जाएंगे।