लेखक सलमान रुश्दी पर हमले के बाद उनके बारे में बड़ा अपडेट सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी एक आंख की रोशनी चली गई है और एक हाथ काम नहीं कर रहा है। रुश्दी पर न्यू यॉर्क सिटी में एक साहित्यिक कार्यक्रम के दौरान हमला हुआ था। उनकी गर्दन और पीठ पर कई बार चाकू से वार किया गया था। अब भी उनकी हालत के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। भारत में जन्मे ब्रिटिश लेखक रुश्दी के उपन्यास ‘द सैटनिक वर्सेज’ को लेकर विवाद था। बताया जाता है कि उसी को लेकर रुश्दी पर हमला भी किया गया। उनके सहायक ऐंड्र्यू वाइल ने बताया कि 75 साल की उम्र में हुए हमले की वजह से उनकी आंख की रोशनी चली गई है। उन्होंने बताया कि रुश्दी की गर्दन पर तीन बड़े घाव हो गए थे।रुश्दी का जन्म भारत में मुस्लिम कश्मीरी परिवार में हुआ था। उनके उपन्यास पर विवाद होने के बाद उन्हें ब्रिटिश पुलिस की सुरक्षा में 9 सालों तक छिपकर रहना पड़ा। उनका यह उपन्यास 1988 में प्रकाशित हुआ था। इसके बाद 1989 में ईरान के सुप्रीम लीडर खोमैइनी ने उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया था। रुश्दी पर हमला करने वाले की पहचान 24 साल के हादी मातर के तौर पर हुई थी। हालांकि ईरान ने इस हमले से किसी भी तरहा का संबंध होने से इनकार किया था।