कोरोना वायरस संकट के बीच देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस बड़ी आफत बनता जा रहा है। लगातार बढ़ते मामलों के बीच देश की राजधानी दिल्ली में इसे महामारी घोषित कर दिया गया है। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इसकी घोषणा की।
इस घोषणा के बाद सभी अस्पताल ब्लैक फंगस के प्रत्येक संदिग्ध और पुष्ट मामलों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देंगे। साथ ही सभी अस्पताल ब्लैंक फंगस संक्रमण का पता लगाने, जांच और इलाज करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।
दिल्ली सरकार के नोटिफिकेशन में साथ ही कहा गया है कि अब स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बिना ‘ब्लैक फंगस’ प्रबंधन पर कोई भी व्यक्ति, संस्थान, संगठन सूचनाएं प्रसारित नहीं करेगा। इन निर्देशों का जो कोई भी उल्लंघन करेगा, उसे खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली में तेजी से बढ़े हैं ब्लैक फंगस के मामले
दरअसल दिल्ली में भले ही कोरोना के मामले अब कम हो रहे हैं लेकिन ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे है। पिछले हफ्ते यानी शुक्रवार (21 मई) को दिल्ली में ब्लैक फंगस के 200 मामले थे वहीं बुधवार तक इनकी संख्या 620 हो चुकी थी।
वहीं, ब्लैक फंगस के खतरे के बीच दिल्ली में व्हाइट फंगस का भी एक मामला सामने आया है जिसमें महिला की आंतों में कई छेद हो गए। ये मामला दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में आया है। बताया जा रहा है कि ये अपनी तरह का पहला मामला है।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर 1.53 प्रतिशत हुआ
इस बीच दिल्ली में गुरुवार को कोविड-19 से 117 मरीजों की मौत हुई जो कि 15 अप्रैल के बाद एक दिन में इस महामारी से जान गंवाने वालों की सबसे कम संख्या है।
इस दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,072 नए मामले भी सामने आए जबकि संक्रमण दर घटकर 1.53 प्रतिशत रह गई है। यह लगातार पांचवां दिन है जब दिल्ली में कोविड-19 के नए मामलों की संख्या दो हजार से कम रही है। संक्रमण के नए मामलों की संख्या लगातार दूसरे दिन 1500 से नीचे रही है।