योग गुरु स्वामी रामदेव ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) और फार्मा कंपनियों को खुला पत्र लिखा है। स्वामी रामदेव ने उनसे 25 सवाल पूछे हैं। सोमवार शाम को ट्विटर पर लिखे पत्र में रामदेव ने कहा कि एलोपैथी और आयुर्वेद के झगड़े को खत्म करने की फार्मा इंडस्ट्री के पास कोई दवा हो तो बता दें।एक दिन पहले भले ही रामदेव ने अपने बयान को लेकर खेद जता दिया हो, लेकिन सोमवार को उन्होंने खुला पत्र लिखकर जाहिर कर दिया कि एलोपैथ और आयुर्वेद के इस मामले को दूर तक ले जाना चाहते हैं। स्वामी रामदेव के स्टैंड से साफ है कि इस मामले में वह अपने मूलभूत सिद्धांतों से पीछे हटने वाले नहीं हैं।पत्र में रामदेव ने पूछा है कि क्या एलोपैथी के पास हाईपरटेंशन और उसके कॉम्प्लिकेशंस के लिए निर्दोष स्थायी समाधान है। एलोपैथी के पास टाइप वन और टाइप 2 डायबिटीज के लिए परमानेंट सॉल्यूशन क्या है? फैटी लीवर, लीवर सिरोसिस को क्योर करने के लिए मेडिसिन क्या है? रामदेव ने कहा कि एलोपैथी सर्वशक्तिमान एवं सर्वगुण संपन्न है तो फिर एलोपैथी के डॉक्टर को बीमार नहीं होना चाहिए।
रामदेव ने यह भी सवाल पूछे
-फार्मा इंडस्ट्री के पास थायराइड, अर्थराइटिस, कोलाइटिस, अस्थमा की समस्या का निर्दोष स्थायी समाधान क्या है?
-फार्मा इंडस्ट्री में हार्ट के ब्लॉकेज को रिवर्स करने का उपाय क्या है? बिना बाईपास, बिना ऑपरेशन के स्थायी समाधान क्या है?
-कोलेस्ट्रोल में रोगियों में ट्राइग्लिसराइड्स कम करने और लीवर पर साइड इफेक्ट रहित एलोपैथी में क्या इलाज है?
-सिर दर्द, माइग्रेन का क्या कोई परमानेंट समाधान है?
-आंखों का चश्मा उतारने और हियरिंग एड हटाने का निर्दोष इलाज क्या है?
-साइड इफेक्ट रहित कब्ज, गैस एसिडिटी का फार्मा इंडस्ट्री के पास स्थायी समाधान क्या है?
-अनिद्रा की दवा 4-6 घंटे ही असर करती है, वह भी साइड इफेक्ट के साथ। एलोपैथी में क्या इसका कोई परमानेंट सॉल्यूशन है?
-आदमी बहुत हिंसक, क्रूर और हैवानियत कर रहा है। उसके इंसान बनाने वाली एलोपैथी में कोई दवा बताएं?
-आदमी के सारे ड्रग्स, एडिक्शन, नशा छूट जाए ऐसी कोई एलोपैथी में दवा बता दें?
-फार्मा इंडस्ट्री में कोरोना पेशेंट को बिना सिलेंडर के ऑक्सीजन बढ़ाने का उपाय बताएं?
खेद जताने के बाद रामदेव के तल्ख तेवर
रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बाबा रामदेव से एलोपैथी को लेकर दिए गए बयान को आपत्तिजनक बताते हुए वापस लेने को कहा था, जिस पर देर रात्रि रामदेव ने अपनी टिप्पणी वापस ले ली थी। साथ ही यह सवाल भी खड़ा कर दिया था कि कुछ एलोपैथिक डॉक्टर्स द्वारा भारतीय चिकित्सा विज्ञान, आयुर्वेद और योग को सूडो साइंस आदि कहकर उसका भी निरादर नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे भी करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत होती हैं। अब बाबा ने खुले पत्र में सवाल उठाकर एलोपैथिक प्रणाली की घेराबंद करने का प्रयास किया है।